एक ऐसा सरकारी स्कूल जहां एडमिशन के लिए लगती है होड़, घर छोड़ खुशी-खुशी किराए पर रहते हैं अभिभावक!

Betul Government School: एक ओर जहां सरकारी स्कूलों में एडमिशन के लिए बच्चों की टोटा होता है, लेकिन बैतूल जिले के सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए अभिभावकों में होड़ मचना आश्चर्यचकित करता है. इस स्कूल में एडमिशन के लिए अभिभावक अपना घर-बार तक छोड़ने को तैयार रहते हैं.

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BIG RUSH FOR ADMISSION IN GOVERNMENT SCHOOLS OF BETUL, MP

Shatipur 2 Government Schools: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक सरकारी स्कूल में अपने बच्चों के दाखिले के लिए होड़ मची रहती है. जी हां, यह सच है. बैतूल जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित एक सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए लोग लंबी लाइन लगाकर दाखिला लेते हैं और घर छोड़कर किराए पर रहने के लिए तैयार रहते हैं. 

एक ओर जहां सरकारी स्कूलों में एडमिशन के लिए बच्चों की टोटा होता है, लेकिन बैतूल जिले के सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए अभिभावकों में होड़ मचना आश्चर्यचकित करता है. इस स्कूल में एडमिशन के लिए अभिभावक अपना घर-बार तक छोड़ने को तैयार रहते हैं.

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शांतिपुर 2 गांव के सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए मची रहती है होड़

रिपोर्ट के मुताबिक बैतूल जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर घोड़ाडोंगरी ब्लॉक का शांतिपुर 2  नामक गांव में स्थित सरकारी स्कूल अपने पाठ्यक्रम और व्यवस्था को लेकर चर्चा में रहता है. यहां एडमिशन के लिए अभिभावकों में होड़ मची रहती है. बताते हैं कि शांतिपुर 2 के स्कूल में आसपास के 35 गांवों के 400 से ज़्यादा बच्चे रजिस्टर्ड हैं.

क्लास फर्स्ट से आठवीं क्लास में 400 से अधिक बच्चे स्कूल में है पंजीकृत

गौरतलब है चर्चित शांतिपुर 2 सरकारी स्कूल की खास बात यह है कि यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक ओर भौतिक संसाधनों से शिक्षा दी जाती है. यही वजह है कि यहां के बच्चे अपना हंड्रेड परसेंट रिज़ल्ट लाते हैं. यही कारण है कि इस सरकारी स्कूल में 400 से अधिक क्लास 1 से क्लास 8 तक पंजीकृत होते हैं.

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पेड़ों की हरियाली के पीछे छिपा शांतिपुर 2 गांव के इस सरकारी स्कूल में प्राइमरी और मिडिल स्कूल साथ-साथ लगते हैं. इस सरकारी स्कूल में प्रवेश करते ही ऐसा महसूस होता है कि किसी प्राइवेट स्कूल में आप पहुंच गए हों. लोगों को भ्रम तब टूटता है जब वो स्कूल भवन का नाम देखते हैं. 

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शंतिपुर 2 स्कूल की खासियत उसे दूसरे स्कूलों से अलहदा बनाती है

शांतिपुर 2 सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए लालयित रहने वाले अभिभावक स्कूल की खासयित की वजह से अपने बच्चों के एडमिशन के लिए होड़ में रहते हैं.   स्कूल बाहर से ही नहीं, बल्कि अंदर से भी काफी व्यवस्थित है. यहां बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास रूम, प्रोजेक्टर व कम्प्यूटर लैब भी उपलब्ध हैं.

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टेबल पर करीने से रखे न्यूज पेपर, हाथ धोने के लिए हैंड वाश, दीवार पर लटके तौलिए, साफ-सुथरे बाथरूम और ओपन लाइब्रेरी शांतिपुर 2 गांव के सरकारी स्कूल में बच्चों के एडमिशन के लिए आकर्षण का प्रमुख कारण है, जिसके चलते अभिभावक एडमिशन के लिए  लालयित रहते  हैं.

निजी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावक यहां आकर चौंक जाते हैं

उल्लेखनीय है कि शांतिपुर 2 स्कूल के छात्र फ़र्राटेदार इंग्लिश बोलते देखते हैं, तो निजीट स्कूलों में मंहगी फीस देकर पढ़ाने वाले अभिभावक चौंक जाते हैं. माना जाता है स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर्स और प्रधानाध्यक की मेहनत और ईमानदारी की बदौलत इस सरकारी स्कूल को प्रदेश में अलहदा बनाने में बड़ा योगदान किया है. 

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