Fake Currency Gang Busted: इंदौर पुलिस ने गुरुवार को एक बड़े नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. 20-22 लाख रुपए मूल्य के 200-500 रुपए के नकली नोट बनाकर बेच चुके गैंग को लाखों के नकली नोट और नकली नोट बनाने वाले उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया है. गिरोह नकली नोट बनाकर दूसरे राज्यों में भी बेचता था.
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मुखबिर की सूचना पर देवास नाके से पकड़ा गया था गैंग का एक सदस्य
गौरतलब है इंदौर की लसूड़िया थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले मुखबिर की सूचना पर देवास नाके से नकली नोट छापने वाली गैंग के सदस्य शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़ा था और उसके पास से 500 रुपए के 46 नकली नोट जब्त किए थे. आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि उसने नकली नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे थे.
पूछताछ में पता चला कि नकली नोट गैंग सरगना मनप्रीत द्वारा भेजे गए
इंदौर पुलिस ने फिर आरोपी महिपाल उर्फ मोहित को नसरुल्लागंज जिला सीहोर से पुलिस ने गिरफ्तार किया और पूछताछ में पता चला कि नकली नोट नागपुर निवासी मनप्रीत द्वारा भेजे गए हैं. महिपाल ने आरोपी मनप्रीत से अभी तक 20 लाख के नकली नोट खरीदे थे और नसरुल्लागंज निवासी अनुराग चौहान और खजराना निवासी मोहसिन खान को बेचे हैं.
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नकली नोट गिरोह का सरगना निकला नागपुर निवासी मनप्रीत सिंह
पुलिस ने मोहसिन और अनुराग चौहान को गिरफ्तार कर उनके पास मौजूद नकली नोट भी बरामद किए गए हैं. गिरोह के मुख्य सरगना मनप्रीत सिंह निवासी नागपुर, महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह साथी मलकीत सिंह के साथ किराए के लिए हुए फ्लैट पर नकली नोट बनाता था.
साथी मलकीत के किराए के फ्लैट पर नकली नोट बनाता था सरगना
आरोपी मलकीत सिंह की निशानदेही पर नकली नोट बनाने के उपकरण बरामद किए गए है. इसमें 3 लेजर कलर प्रिंटर, 2 लैमिनेशन मशीन, 500 व 200 रुपए के नोट छपे ए फोर साइज के 85 जी एस एम कागज और नोट बनाने में प्रयुक्त होने वाले वॉटरमार्क व्हाइट इंक, दो लिमिनेशन मशीन, नोट पर RBI की पट्टी, एक लैपटॉप जब्त करने में सफलता पाई है.
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