MP News: सीएसी सेंटर पर बना रहे थे फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, कलेक्टर के आदेश के बाद टीम की जांच में खुलासा

Barwani News: शिकायत के बाद सांख्यिकी विभाग से इंवेस्टिरगेटर ऑफिसर एसआर डावर व टीएस मण्डलोई जन्म-मृत्यु कार्यालय बड़वानी, तहसीलदार भूपेंद्र भिड़े, सीबीएमओ डॉक्टर राजेश ढोले ने समन्वयक रूप से 6 एमपी ऑनलाइन व सीएससी सेंटरों पर छापेमार कार्रवाई की.

Advertisement
Read Time: 2 mins
B

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़वानी जिले (Barwani District) से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है. जिले के पाटीनगर में संचालित एमपी ऑनलाइन व सीएससी सेंटरों में आरसीबी फास्ट वेबसाइट से फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का काम हो रहा था. इस मामले की शिकायत कलेक्टर को मिली थी जिस पर कलेक्टर ने सेंटरों की जांच करने के निर्देश दिए थे.

मौके से लैपटॉप किया गया जब्त

इसके बाद बुधवार को सांख्यिकी विभाग से इंवेस्टिरगेटर ऑफिसर एसआर डावर व टीएस मण्डलोई जन्म-मृत्यु कार्यालय बड़वानी, तहसीलदार भूपेंद्र भिड़े, सीबीएमओ डॉक्टर राजेश ढोले ने समन्वयक रूप से 6 एमपी ऑनलाइन व सीएससी सेंटरों पर छापेमार कार्रवाई की. इस कार्रवाई के दौरान एक सीएससी सेंटर पर शिकायत सही पाई गई. टीम ने मौके से लैपटॉप जब्त कर जांच शुरू कर दी है. इसके अलावा अन्य सेंटरों पर जांच दौरान किसी प्रकार से कोई सबूत नहीं मिले हैं.

Advertisement

कार्रवाई से मच गया हड़कंप

इस छापेमार कार्रवाई से नगर में हड़कंप मच गया. यहां पर संचालित कई एमपी ऑनलाइन व सीएससी सेंटरों कार्रवाई के डर से बंद कर दिए गए. जानकारी के अनुसार ग्राहक से 400 से 500 लेकर सेंटर संचालक फर्जी वेबसाइट आरसीबी फ़ास्ट से जन्म प्रमाण पत्र जारी कर देता है और उसमें शासकीय अस्पताल की फर्जी डिजिटल सिग्नेचर भी कर देता है. अधिकारी ने बताया कि जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र निशुल्क बनता है. 1 अक्टूबर 2023 से लागू नियम के मुताबिक निःशुल्क प्रमाण जारी किया जाता है. वहीं 21 दिन के बाद इंवेट के आधार पर कम से कम में प्रमाण पत्र जारी किया जाता है.

Advertisement

ये भी पढ़ें BNS-BNSS-BSA लागू होने के बाद MP में तेजी से बढ़ी e-FIR, जगारुकता और ट्रेनिंग से सफल हो रहे तीन नए कानून

Advertisement

ये भी पढ़ें MP News: CM मोहन यादव के निर्देश के बाद इंदौर पुलिस ने गौहत्या और गौतस्करी करने वालों के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई...

Topics mentioned in this article