
Barwani Emotional Story: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के अंजड़ में पिछले कुछ दिनों से सड़क पर भटक रही एक मानसिक दिव्यांग महिला आखिरकार अपने परिवार से मिल गई. जब उसने अपने पोतों को देखा, तो फूट-फूट कर रो पड़ी. यह नजारा वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम कर गया.
सड़क पर भटक रही थी मानसिक दिव्यांग महिला
अंजड़ के राजपुर रोड पर एक बुजुर्ग मानसिक दिव्यांग महिला बीते दो-तीन दिनों से सड़क के बीचों-बीच बैठी या सोई हुई नजर आ रही थी. इससे कभी भी हादसे का खतरा बना रहता था. लोग पास जाते तो महिला गाली-गलौज कर पत्थर फेंकने लगती. मामले की सूचना पुलिस और डायल 112 को दी गई, लेकिन कोई ठोस हल नहीं निकला.
ऐसे मिला महिला का पता ठिकाना
इसके बाद पेरालिगल वालेंटियर और समाजसेवी सतीश परिहार आगे आए. उन्होंने धैर्यपूर्वक महिला से संवाद स्थापित किया और उसका नाम-पता जानने की कोशिश की. बातचीत में महिला ने केवल धार जिले के कोणदा गांव का नाम बताया.
इसके बाद सोशल मीडिया की मदद ली गई और आखिरकार महिला के पोते\ विजय और अजय तक खबर पहुंची. जैसे ही उन्हें सूचना मिली वो तुरंत अंजड़ पहुंचे. दादी को देखते ही पोते भावुक हो उठे. वहीं महिला भी फूट-फूट कर रो पड़ी. यह मिलन दृश्य देखकर हर किसी की आंखें भर आई.
पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में जरूरी खानापूर्ति पूरी की गई और देर रात महिला को उसके परिजनों को सौंप दिया गया. पोते अपनी दादी को साथ लेकर गांव की ओर रवाना हुए. इस दौरान पेरालिगल वालेंटियर सतीश परिहार के साथ एएसआई अशोक भदौरिया, हेड कांस्टेबल धिरजा सुल्या, अजरूद्दीन मंसुरी सहित कई लोग मौजूद रहे. सभी ने राहत की सांस ली कि महिला अब सुरक्षित अपने परिवार के पास पहुंच गई है.