Balaghat News: शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने सख्ती से हटवाया

बताया जाता हैं कि वारासिवनी के शासकीय महाविद्यालय के पीछे स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सिकन्द्रा की खाली पड़ी जमीन पर कुछ लोंगो ने कब्जा कर मूर्ति की स्थापना कर दी थी.

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अतिक्रमण को प्रशासन ने सख्ती से हटवाया
बालाघाट:

Balaghat News: जिले की वारासिवनी तहसील के अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक समुदाय द्वारा शासकीय भूमि पर किये गए अतिक्रमण को तोड़ दिया गया. इस दौरान समाज विशेष के लोगों ने मौके पर पहुंचकर प्रशासन की कार्रवाई का विरोध प्रारंभ कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने वारासिवनी रामपायली और खैरलांजी से पुलिस बल मौके पर बुला ली, जिससे मौके पर कानून व्यवस्था बनी रही.

बताया जाता हैं कि वारासिवनी के शासकीय महाविद्यालय के पीछे स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सिकन्द्रा की खाली पड़ी जमीन पर कुछ लोंगो ने कब्जा कर डॉ. आंबेडकर की मूर्ति की स्थापना कर दी थी, जिसकी जानकारी शुक्रवार सुबह प्रशासन को मिलने के बाद एसडीएम अपने अधीनस्थ कर्मचारियों एवं वारासिवनी पुलिस को साथ लेकर गए, जहां उन्होंने मूर्ति को सम्मान पूर्वक हटाने का कार्य किया.

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समुदाय के लोगों ने मौके पर पहुंच किया मूर्ति हटाने का विरोध
प्रशासन द्वारा मूर्ति हटाए जाने की खबर लगते ही समुदाय विशेष की महिला और पुरुष मौके पर पहुंच गए और विरोध करने लगे, जिसको देखते हुए अधिकारियों ने रामपायली खैरलांजी से अतिरिक्त पुलिस बल सावधानी बतौर बुलवा लिया, लेकिन अधिकारियों  के समझाने की वजह से स्थिति कंट्रोल में रही. अधिकारियों और समाज के पदाधिकारियों के बीच हुई सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा के बाद प्रशासन द्वारा जमीन प्रदान करने के बाद मूर्ति स्थापना करने का निर्णय लिया है.

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सार्वजनिक अम्बेडकर फुले जयंती समारोह के अध्यक्ष अशोक वासनिक ने कहा कि शहर में सभी समाजों के खुद के निजी भवन सरकारी जमीनों पर बने हुए हैं, लेकिन हमारे बौद्ध समाज का भवन नही है, जिसके लिए हमने स्थानीय विधायक सहित प्रशासन में बैठे अधिकारियों से इस जमीन की मांग समाज के भवन के लिए करते हुए ग्राम पंचायत को भी आवेदन दिया था, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई न होने पर हमने गुरुवार को खाली पड़ी सरकारी जमीन पर संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर की मूर्ति की स्थापना की थी, जिसे प्रशासन ने हटा दिया. हमारी प्रशासन से सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा हो रही है. उम्मीद है कि जिम्मेदार हमारी भावनाओं को समझेंगे और हमें मूर्ति स्थापना एवं भवन के लिए जगह उपलब्ध करवाएंगे.

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वारासिवनी एसडीएम कामिनी ठाकुर ने कहा कि कुछ लोंगो ने सरकारी जमीन पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए कुछ निर्माण कार्य किया था, जिसे हटा दिया गया है और समाज के लोंगो से निवेदन किया गया हैं कि शासन के नियमानुसार जमीन प्राप्त करें और निर्माण कार्य करें, जिसे समाज के लोंगो द्वारा मान लिया गया है.

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