बुरी लत ने किया बर्बाद , फांसी के फंदे पर झूल गया लाइन अटैच आरक्षक, लंबे समय से था गैर हाजिर

Consable Suicide: भारी कर्ज में डूबे 35 वर्षीय आरक्षक ब्रजेश बढ़पुर को नौकरी से काफी दिनों तक गैर हाजिर चल रहा था, जिसके चलते उसके खिलाफ विभाग ने अनुशासनहीता को लेकर कार्रवाई की थी. विजय नगर थाने में तैनात मृत आरक्षक ड्यूटी पर नहीं आने के लिए लाइन अटैच कर दिया गया था. 

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Line Attached Constable Committed suicide

Police Canstable Suicide: जबलपुर जिले में कर्ज से परेशान एक पुलिस कांस्टेबल फांसी के फंदे पर झूल गया. मंगलवार सुबह कांस्टेबल अपने घर में मृत पाया गया. विजय नगर थाने में तैनात मृत आरक्षक ने मंगलवार सुबह अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान ब्रजेश बढ़पुर के रूप में हुई है.

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भारी कर्ज में डूबे 35 वर्षीय आरक्षक ब्रजेश बढ़पुर को नौकरी से काफी दिनों तक गैर हाजिर चल रहा था, जिसके चलते उसके खिलाफ विभाग ने अनुशासनहीता को लेकर कार्रवाई की थी. विजय नगर थाने में तैनात मृत आरक्षक ड्यूटी पर नहीं आने के लिए लाइन अटैच कर दिया गया था. 

जुए की लत के कारण भारी कर्ज में डूब गया था कांस्टेबल

रिपोर्ट के मुताबिक सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची ने आरक्षक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ब्रजेश जुए की लत के कारण भारी कर्ज में डूबा हुआ था, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगा था.

लंबे समय से था गैरहाजिर, लाइन अटैच किया गया था

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृत कांस्टेबल ब्रजेश बढ़पुर लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था और अनुशासनहीनता के चलते उसे थाने से हटाकर लाइन अटैच कर दिया गया था. आशंका जताई जा रही है कि इस कारण भी अपना मानसिक संतुलन खो बैठा और आत्मघाती कदम उठा लिया.

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ब्रजेश के इस कदम से पूरा परिवार सदमे में है. मृतक के परिजनों ने बताया कि वह सोमवार रात घर आया था, लेकिन बिना खाना खाए ही सीधे अपने कमरे में चला गया. मृतक की पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं, जिनका अब रो-रोकर बुरा हाल है.

फांसी के फंदे पर झूला, सुबह कमरे का दरवाजा नहीं खुला

मंगलवार सुबह जब काफी देर तक ब्रजेश के कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो उसकी पत्नी ने उसे आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. घबड़ाकर पत्नी ने पड़ोसियों को बुलाया, लेकिन इसके बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो पुलिस को मामले की सूचना दी गई. मौके पर पहुंची ने दरवाजा तोड़ा, तो ब्रजेश का शव फांसी के फंदे से लटका मिला.

आरक्षक के कमरे से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट नहीं मिला

मामले की जांच में जुटी अधारताल थाना पुलिस ने केस दर्ज कर आरक्षक की मौत की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस ब्रजेश के आर्थिक हालात और अन्य परिस्थितियों की भी जांच कर रही है, ताकि आत्महत्या के पीछे की असली वजह सामने आ सके.

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