MP News in Hindi : अशोकनगर जिले में आदिवासी गर्भवती महिलाओं की खराब स्वास्थ्य स्थिति की खबर को लेकर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. NDTV में हाल ही में आदिवासी गर्भवती महिलाओं की गंभीर हालत को उजागर किया गया था, जिसे जिला कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की. खबर के बाद कलेक्टर ने जिले के सभी उपस्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए जिसमें एक-एक गर्भवती महिला का हेल्थ चेकअप किया गया. इसमें करीब 1396 महिलाओं का चेकअप हुआ जिसमें से 848 महिलाएं हाई-रिस्क कैटेगरी में पाई गईं. ये महिलाएं अत्यधिक कमजोर थीं. खास तौर से हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रही थीं.
महिलाओं के इलाज के लिए जारी किए निर्देश
इसेक बाद कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने पूरे जिले में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करवाए. साथ ही उन इलाकों में जहां हाई-रिस्क कैटेगरी की महिलाओं की संख्या ज़्यादा थी उनके लिए समाजसेवियों की एक टीम भेजी. कलेक्टर के आदेश पर इस टीम ने महिलाओं को सेहत की टोकरी बांटी. जिसमें पौष्टिक खाद्य सामग्री शामिल थी. इसके अलावा अधिकारियों और समाजसेवियों ने इन आदिवासी बस्तियों में जाकर महिलाओं के साथ खाना खाया और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके.
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स्वास्थ्य को लेकर कल्लेक्टर ने लिया अपडेट
जिला अस्पताल में कलेक्टर ने आज 18 महिलाओं को खुद खड़े होकर ब्लड ट्रांसफ्यूजन करवाया, 40 महिलाओं में इन 18 महिलाओं का हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से कम था. कलेक्टर के इस कदम से यह संदेश गया कि प्रशासन इन महिलाओं की सेहत को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. कलेक्टर ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास के अधिकारी इन महिलाओं की निरंतर देखरेख करेंगे और सभी 40 महिलाओं को ब्लड चढ़ाया जाएगा. साथ ही, उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं और पोषण सामग्री भी दी जाएगी.
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