AI Data Center: पीथमपुर में कब शुरू होगा MP का पहला AI डाटा सेंटर? जानें इसकी खासियत

AI Data Centre in MP: यह एआई डेटा सेंटर आम डेटा सेंटर से अलग होगा. इसमें एयर कूलिंग की जगह लिक्विड कूलेंट यानी शीतलक का उपयोग किया जाएगा.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

AI Data Center in MP: औद्योगिक नगरी पीथमपुर को मध्य प्रदेश के पहले और देश के 139वें एआइ डाटा सेंटर की जल्द ही सौगात मिलने वाली है. आइए डाटा सेंटर की तैयारियां जोरों से चल रही है. इस डाटा सेंटर के खुल जाने से क्षेत्र के 150 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. पीथमपुर इंडस्ट्रियल जोन में 4.8 एकड़ जमीन पर यह एआई डेटा सेंटर बनाया जा रहा है. मेसर्स रेकबैंक डाटा सेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है.

4.8 एकड़ जमीन पर बनकर तैयार होगा हाईटेक डाटा सेंटर

धार के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश का पहला एआइ डाटा सेंटर शुरू होने जा रहा है. मेसर्स रेकबैंक डाटा सेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. पीथमपुर इंडस्ट्रियल जोन में 4.8 एकड़ जमीन पर 500 करोड़ रुपये की लागत से यह एआई डेटा सेंटर बनाया जा रहा है. यह सेंटर साल 2026 में शुरू होगा और इससे 150 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा.

जानें पीथमपुर एआई डेटा सेंटर की खासियत

यह एआई डेटा सेंटर आम डेटा सेंटर से अलग होगा. इसमें एयर कूलिंग की जगह लिक्विड कूलेंट यानी शीतलक का उपयोग किया जाएगा. पीथमपुर में उच्च क्षमता की बिजली और इंटरनेट के लिए फाइबर केबल की उपलब्धता है. इसलिए यहां एआइ डाटा सेंटर आसानी से शुरू किया जा सकता है.

इन कंपनियों को देगा सेवा

एआई सेंटर पीथमपुर में शुरू करने की खास वजह अन्य महानगरों चेन्नई, बेंगलुरु और मुंबई जैसे शहरों के मुकाबले यहां जमीन सस्ती है. फिलहाल मध्य प्रदेश में एक सरकारी और एक निजी डेटा सेंटर हैं. ऐसे में आने वाले समय में मध्य प्रदेश एआइ डाटा सेंटर का हब बन सकता है. वहीं यह सेंटर भारत, जापान, यूरोप और अमेरिका में काम कर रही कंपनियों को सेवा देगा.

Advertisement

रेकबैंक डाटा सेंटर्स के संस्थापक और इंदौर निवासी नरेंद्र सेन ने बताया कि जमीन मिलने के बाद से ही काम भी शुरू कर दिया गया है. दो साल में प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा. हमारे डाटा सेंटर में सर्वर कूलेंट के अंदर रखा जाएगा.


पीथमपुर में 80 मेगावाट का होगा एआई डाटा सेंटर

पीथमपुर में बनने वाला डाटा सेंटर 80 मेगावाट का होगा, क्योंकि इसमें उच्च क्षमता की बिजली का उपयोग होता है. डाटा सेंटर को दुनिया में कहीं से भी ऑपरेट किया जा सकेगा. पहले फेस में 20 मेगावाट का बनाया जाएगा. इसके बाद मांग बढ़ने पर अलग-अलग चरणों में क्षमता बढ़ाएं जाएंगे. 

Advertisement

देश प्रदेश में एआइ की मांग तेजी से बढ़ी है. कई स्टार्टअप आगे आ रहे हैं. यह देश का पहला हाईटेक ओर तकनीकी संसाधनों से लैस एआइ डेटा सेंटर होगा. रेकबैंक डेटा सर्वर कंपनी के संचालक पहले से आइटी पार्क में डेटा सेंटर चला रहे हैं. डेटा सेंटर का काम अमूमन वेयर हाउस के रूप में होता है. सॉफ्टवेयर कंपनियों के डेटा का सर्वर हार्डवेयर इंस्टॉल होते हैं. यहां 365 दिन यानी पूरे साल में 24 घंटे काम होता है. सेंटर में कंपनियों के सर्वर होते हैं डेटा सुरक्षित रहते हैं.

ऐसे काम करता है हाईटेक एआइ डाटा सेंटर

देश और प्रदेश में फिलहाल जो डाटा सेंटर काम कर रहे हैं, उनमें वेबसाइट होस्टिंग स्टोरेज आदि होता है. जनरल कंप्यूटिंग भी होती है, जबकि एआइ डाटा सेंटर में जीपीयू ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट होती है, जिससे सुपर कंप्यूटर होस्टिंग की जाती है. इसमें वेबसाइट बनाना, होस्टिंग संबंधी डेटा होते हैं. सीपीयू को कूल रखने के लिए एसी एयरकूल्ड का इस्तेमाल होता है. एआइ डेटा सेंटर ग्राफ्टिंग प्रोसेसिंग यूनिट से चलता है और यह हैवी मशीन है. इसमें ज्यादा बिजली खर्च होती है और एआइ बेस्ड एनिमेशन थ्री-डी वीडियो में काम करने वाली कंपनी के सर्वर होते हैं.

Advertisement

2026 तक पीथमपुर में तैयार होगा हाईटेक एआई सेंटर

जानकारी के मुताबिक, पूरे देश मे 138 डेटा सेंटर है. वहीं एआई सेंटर के मामले में पूरी दुनिया मे भारत 13वें स्थान पर है. देश की बात करें तो मुंबई में सबसे ज्यादा 50 एआई डेटा सेंटर है, जबकि चेन्नई 14 डाटा सेंटर के साथ दूसरे नम्बर पर है. हालांकि मध्य प्रदेश में फिलहाल एक निजी और एक सरकारी एआई डाटा सेंटर है. पीथमपुर में हाईटेक एआई सेंटर 2026 में बनकर तैयार हो जाएगा.

ये भी पढ़े: IAS Transfer: MP में चली तबादला एक्‍सप्रेस, मोहन सरकार ने 15 आईएएस अधिकारियों का क‍िया ट्रांसफर

Topics mentioned in this article