MP के इस जिले में खुदाई में मिला अनोखा कमरा, मुगलकालीन निर्माण होने का किया जा रहा दावा

Burhanpur News: खुदाई को लेकर जिला प्रशासन ने शुरू कराई जांच. इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि खुदाई में मिला कमरा मुगल काल का बना हुआ है. 

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MP Latest News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (Burhanpur) शहर के आजाद नगर क्षेत्र में पेयजल पाईप लाईन (Water Pipeline) की खुदाई के दौरान जमीन में अंडर ग्राउंड एक प्राचीन कमरानुमा इमारत (Historical Room) सामने आई. जैसे ही यह कमरा सामने आया, तो लोगों को इसे देखने के लिए भिड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि इमारत मुगल काल की है. इसे देखकर इतिहासकारों की अलग-अलग राय भी सामने आ रही है. कुछ इतिहासकार इसे मुगलकालीन अनाज गोदाम (Mughal grain warehouse) बता रहे हैं, तो कुछ इतिहासकार इसे मुगलों के द्वारा बनाए गए बंकर बता रहे है... उधर जिला प्रशासन अब इसकी वास्तविकता जानने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित करने की बात कह रहा है.

पाईप लाइन की खुदाई में सामने आया प्राचीन इमारत

शहर के आजाद नगर क्षेत्र में बुरहानपुर नगर निगम की जलावर्धन योजना के लिए पाईप लाईन की खुदाई का काम चल रहा था. तभी अचानक खुदाई के दौरान जमीन में ही एक प्राचीन कमरानुमा इमारत सामने आई. इतिहास के जानकार कमरूद्दीन फलक के अनुसार, मुगलकाल के समय आजाद नगर क्षेत्र पहले एक बड़ा बाजार था. अलग-अलग हिस्सों में चुड़ियां और अनाज का व्यापार होता था. चौराहे पर चुड़ी बाजार था, इसलिए चौराहे की मस्जिद को चुड़ी वाली मस्जिद कहा जाता है. जिस स्थान पर जमीन के नीचे कमरा निकला है, यहां पर अनाज का व्यापार होता था. व्यापारी अनाज को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम बनाते थे. संभावना है कि खुदाई में निकला यह कमरा गोदाम है. 

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पाईप लाईन की खुदाई में हुआ बड़ा खुलासा

इतिहासकार ने बताया इसे मुगल बंकर

इतिहास के जानकार मोहम्मद नौशाद के अनुसार, अगर यह अनाज के गोदाम होते तो इसमें कोठिया भी होती. लेकिन, इसमें कोठिया नहीं है. उनके अध्ययन के अनुसार, यह मुगलकालीन बंकर हो सकते हैं. बुरहानपुर मुगलों की छावनी थी. शत्रु सेना के आक्रमण से बचने के लिए बंकर बनाए जाते थे. लिहाजा ऐसा प्रतित होता है कि यह बंकर ही होंगे. उन्होंने जिला प्रशासन से इस ऐतिहासिक इमारत का संरक्षण व संवर्धन करने की मांग की है.

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वास्तविकता की कराई जाएगी जांच-कलेक्टर 

उधर जिला प्रशासन की मुखिया, कलेक्टर भव्या मित्तल को इस संबंध में जानकारी दी गई. तो उन्होंने इस जमीन पर मिले कमरे की वास्तविकता की जांच कराने की बात कही है. साथ ही, उन्होंने कहा इस जमीन में मिले कमरे के ऊपर एक भवन बना हुआ है. भविष्य में किसी तरह की अनहोनी ना हो इसकी भी तकनीकी जांच कराई जाएगी. संबंधित विभाग इस प्राचीन बेसमेंट में मिले कमरे की जो भी रिपोर्ट देता है, उसके बाद उसकी संरक्षण कराई जाएगी. 

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