Bhind News: भिंड जिले से एक नेत्र शिविर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले आधा दर्जन बुजर्गों द्वारा आंखों की रोशनी गंवाने का मामला सामने आया है. आरोप ग्वालियर के कालरा अस्पताल पर लगा है. आरोप है कि मोतियाबिंद के ऑपरेशन में बरती गई लापरवाही से 6 से अधिक बुजुर्गों की आंखों की रोशनी चली गई.
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मोतियाबंद ऑपरेशन के बाद बुजुर्गों की दिखना बंद हो गया
मामला जिले के गोरमी थाना क्षेत्र का है. जहां शिविर लगाकर आधा दर्जन बुजुर्गों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था, लेकिन अब बुजुर्गों की आंखों से दिखाई देना बंद हो गया है. मामले की शिकायत लेकर बुजुर्ग थाने पर पहुंचे, लेकिन थाना प्रभारी ने उन्हें अपनी समस्या को लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी से मिलने की बात कहकर वहां से चलता कर दिया.
दाई आंख में खराब थी, बाई आंख का ऑपरेशन कर दिया
रिपोर्ट के मुताबिक गोरमी थाना क्षेत्र के कृपे का पुरा में गत 9 दिसंबर को कालरा हॉस्पिटल ने मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए शिविर लगाया गया था, शिविर के बाद आधा दर्जन से अधिक का ग्वालियर में ऑपरेशन किया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद उन्हें दिखना बंद हो गया. एक बुजुर्ग का आरोप है कि दाई आंख की बजाय बाई आंख का ऑपरेशन कर दिया गया.
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ऑपरेशन से बुजुर्गों ने आंख गंवाई, अब पुलिस नहीं कर रही सुनवाई
आंखों को रोशनी गंवाने बुजुर्गों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद जब आंखों से दिखाई नहीं दिया तो उन्होंने डॉक्टर को इसकी सूचना दी.डॉक्टर ने उन्हें कहा कि ड्रॉप डालने के बाद दिखाई देने लगेगा, लेकिन उन्हें अब तक दिखाई नहीं दिया. मामले की शिकायत लेकर बुजुर्ग थाने पहुंचे, तो थाना प्रभारी ने पल्ला झाड़ लिया. बुजुर्गों ने कहा कि वे कलेक्टर से शिकायत करेंगे.
हरकत में आया स्वास्थ्य महकमा, बुजर्गों को जिला अस्पताल भिजवाया
ऑपरेशन में लापरवाही से अंधे हुए 6 बुजुर्गों की खबर तूल पकड़ते ही स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया. गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एम्बुलेंस से बुजर्गों को जिला अस्पताल भिजवाया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि जिन बुजुर्गों की हालत ज्यादा खराब है उन्हें ग्वालियर मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा. बताया जाता है कि मोतियाबंद के ऑपरेशन के लिए जहां बुजुर्गों को ले जाया गया था, वहां ऑपरेशन के लिए कोई इंस्ट्रूमेंट तक नहीं था.
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