Vikat Sankashti Chaturthi: वैशाख महीने की विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल 2024 को पड़ रही है. विकट का अर्थ है भय, डर. संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हराने वाली चतुर्थी, ऐसे में विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत (Sankashti Chaturthi Vrat) करने वालों की हर समस्या का नाश होता है भय से मुक्ति मिलती है, इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है. विकट संकष्टी चतुर्थी का दिन बहुत खास होता है और इस दिन कुछ उपायों (Sankashti Chaturthi Upaay) को करना भी बहुत जरूरी होता है, आइए जानते हैं पंडित दुर्गेश के बताएं उपायों के बारे में...
शनिवार को है संकष्टी चतुर्थी
शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि शनिवार के दिन पड़ने वाली चतुर्थी सिद्धि होती है. इस बार संकष्टी चतुर्थी शनिवार को है, ऐसे में इस दिन किए गए सभी कार्यों में साधक को सिद्धि प्राप्त होगी, बप्पा के आशीर्वाद से पूरे अधूरे काम पूरे होंगे.
संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय
गणेश कवच का पाठ
विकट संकष्टी चतुर्थी पर गणेश कवच का पाठ करें, कहा जाता है कि ऐसा करने से नौकरी और व्यापार में तरह की होती है और उन्नति में बाधा नहीं आती है.
दूर्वा चढ़ाएं
संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी का आशीर्वाद पाने के लिए 'श्री गणेशाय नमः ॐ दूर्व समर्पयामि मंत्र' का जाप करते हुए गणेशजी को दूर्वा चढ़ानी चाहिए, इस उपाय से अधूरी इच्छा पूरी हो जाती है, जिन लोगों के विवाह में अड़चन आ रही हैं तो दूर्वा में हल्दी लगाकर बप्पा को चढ़ाएं, ऐसा करने से शादी के योग भी बनते हैं और कुंडली में राहु-केतु के दोषों से मुक्ति मिल जाती है.
21 लड्डुओं का भोग
संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेशजी को 21 लड्डुओं का भोग लगाया जाता है, ये उपाय करने से बुध मजबूत होता है और जीवन में सफलता कदम चूमती है.
यह भी पढ़ें: Vastu Tips: भूलकर भी घर में न लगाएं ये पौधे, रुक सकती है तरक्की
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.