
Rakhi 2025 Date, Raksha Bandhan Kab Hai: भाई बहन का पवित्र त्योहार राखी (Rakhi 2025) हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं. वहीं भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं और पूरा जीवन रक्षा करने का वचन देते हैं.
इस साल सावन का महीना शुक्रवार,11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है. इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं है. ऐसे में यहां जानते हैं कब है रक्षाबंधन 2025 (Rakshabandhan 2025), क्योंकि पिछले साल की तरह इस बार भी लोग रक्षाबंधन की तारीख को लेकर कंफ्यूजन में हैं. साथ ही राखी बांधने का शुभ मुहूर्त, तिलक थाली की सामग्री, इतिहास और महत्व भी आपको बताएंगे.
रक्षाबंधन 2025 कब? (Raksha Bandhan 2025 Date)
हर साल रक्षाबंधन पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस बार सावन पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त की दोपहर 2:12 बजे शुरू होगी. वहीं समापन 9 अगस्त को 1:21 बजे पर होगी. हिन्दू धर्म में उदयातिथि का विशेष महत्व होता है, इसीलिए इस साल रक्षाबंधन शनिवार, 9 अगस्त को मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन 2025 पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Rakhi, Raksha Bandhan 2025 Shubh Muhurat)
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त शनिवार, 9 अगस्त की सुबह 5:35 बजे से लेकर दोपहर 1:24 बजे तक है. इस मुहूर्त में राखी बांधना बेहद ही शुभ होगा.वहीं आप अभिजीत मुहूर्त में भी अपने भाई को राखी बांध सकते हैं. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:53 बजे के बीच होगा.
रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है, जानें राखी बांधने का महत्व (Significance of Rakhi)
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम और एक-दूसरे की रक्षा करने के वादे का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं. कहा जाता है कि रक्षाबंधन मनाने से भाई बहन दोनों को दीर्घायु की प्राप्ति होती है.
रक्षाबंधन का इतिहास? (History of Raksha Bandhan)
रक्षा करने और करवाने के लिए बांधा जाने वाला पवित्र धागा रक्षा बंधन कहलाता है. रक्षाबंधन की सबसे पहली कहानी महाभारत काल से जुड़ी है. कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने शिशुपाल का वध कर दिया था, इस दौरान कृष्ण की उंगली में चोट लग गई थी, जिससे रक्त बहने लगा था. तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी को फाड़कर एक टुकड़ा श्री कृष्ण की उंगली पर बांध दिया था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन से राखी या रक्षासूत्र बांधने की परंपरा शुरू हुई.
जैसा कि आप सब जानते हैं कि महाभारत का युद्ध होने के पहले जब द्रौपदी का चीरहरण (Draupadi Cheer Haran) हुआ था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने ही उनकी लाज बचाकर सबसे उनकी रक्षा की थी.
रक्षाबंधन की तिलक थाली में क्या सामग्री रखें (Raksha BandhanTilak Thali Material)
रक्षाबंधन के मौके पर आप तिलक की थाली में ये सामग्री जरूर रखें- रक्षासूत्र, रोली, अक्षत, नारियल, मीठा, दीपक.
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