International Day of Yoga 2025: योग एक ऐसा नाम है, जिसके पास कई समस्याओं का समाधान है. योग करने से न केवल शरीर चुस्त-दुरुस्त और तंदुरुस्त रहता है बल्कि शारीरिक और मानसिक समस्याएं कोसों दूर भाग जाती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि 'कॉमन योग प्रोटोकॉल' क्या है और इसके चार सरल चरण को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) एक स्वस्थ शरीर और मन के लिए आसान सा तरीका है, जिसमें कुछ योगासन कराए जाते हैं. अपनी सेहत के लिए योग के सफर की शुरुआत कॉमन योग प्रोटोकॉल के साथ कर सकते हैं.
क्या है कॉमन योग प्रोटोकॉल?
कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) एक स्वस्थ शरीर और मन के लिए बेहतरीन और सरल तरीका है. इसे ब्रेथ, स्ट्रेच और ट्रांसफॉर्म नाम दिया गया है. सरल हिंदी में कहें तो सांस लेने की प्रक्रिया, शरीर की मांसपेशियों को प्रकृति अनुसार स्ट्रेच या खिंचाव करना और इसके जरिए अपनी शख्सियत को बदलकर रखना.
International Yoga Day: योग दिवस पर PM मोदी के बताए योग मुद्रा के लाभ जानिए यहां
सदलज के बाद ही चालन क्रिया या शिथिलिकरण का अभ्यास कराया जाता है. यह विशेष रूप से शरीर के अंगों को थोड़ा शिथिल या लचीला बनाने के लिए किया जाता है ताकि कोई भी योगासन करने के दौरान शरीर इसके अनुकूल रहे और योगासन करने में आसानी रहे. इस क्रिया में ग्रीवा चालन, कंधे का संचालन, कटि यानी कमर और घुटने का संचालन कराया जाता है. ये वे जोड़ या मोड़ हैं, जो योगासन के दौरान मुड़ते हैं. योग के आसान से प्रोटोकॉल को दिनचर्या में शामिल करने से सर्वाइकल, तनाव, शरीर में खिंचाव, दर्द, सांस संबंधित परेशानियों में राहत के साथ ही मन को भी शांत करता है. इन प्रक्रियाओं को 5 से 10 बार लगातार करना चाहिए.
यह भी पढ़ें : International Yoga Day 2024: योग का इतिहास है 5000 साल पुराना, जानिए कैसे हुई थी योगा की उत्पत्ति
यह भी पढ़ें : PBKS vs DC: पंजाब vs दिल्ली, किंग्स के सामने सुल्तान! पिच रिपोर्ट से Live मैच तक जानिए कैसे हैं आंकड़े
यह भी पढ़ें : Jal Jeevan Mission: मध्य प्रदेश में जल दर्पण पोर्टल का शुभारंभ, जानिए इसके फायदे
यह भी पढ़ें : Operation Sindoor: 'मुंहतोड़ जवाब देने के लिए वीर जवानों को सैल्यूट', देखिए CM मोहन यादव का खास वीडियो