
नीमच मध्य प्रदेश की पश्चिमी सीमा से लगा हुआ एक जिला है. इस जिले का बड़ा हिस्सा राजस्थान राज्य की सीमा को छूता है. लिहाजा नीमच जिले में राजस्थानी संस्कृति की झलक भी दिखाई देती है. प्रकृति की सुंदरता और शांति का जिला नीमच देश में अफीम के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. भारत के अफीम की प्रोसेसिंग के सिर्फ दो कारखाने हैं, जिनमें एक नीमच मे ही है. यहां की जलवायु अफीम उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त है.
आइए जानते हैं नीमच से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...
अंग्रेजी के काल में CRPF का गठन नीमच की धरती पर हुआ
नीमच को CRPF की जन्मस्थली माना जाता है. साल 1939 का समय था, जब नीमच में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का गठन हुआ था. यहां बड़े पैमाने पर सेना में भर्ती की जाती है. 1895 से मालवा में नीमच ब्रिटिश सेंट्रल इंडिया एजेंसी के एक राजनीतिक एजेंट का मुख्यालय रहा है.नीमच भारत में अंग्रेजों की 26 वीं और 48 वीं फील्ड आर्टिलरी बैटरी का केंद्र भी था.
नेत्र नगरी है नीमच, नेत्रदान में है अव्वल
नीमच को भारत की नेत्र नगरी के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां प्रति व्यक्ति नेत्र दान की दर सर्वाधिक है.
नीमच उज्जैन डिविजन में आता है. पश्चिम और उत्तर में राजस्थान और पूर्व और दक्षिण में मंदसौर जिले से इसकी सीमा लगती है.
3 भाग में बंटा है नीमच, हर की एक है अपनी पहचान
30 जून, 1998 को मंदसौर से अलग कर इसे जिला बनाया गया. पूरा शहर तीन भागों में बांटा गया है. नीमच शहर, छावनी और बघाना. छावनी पुस्तक बाजार, दशहरा मैदान, तिलक मार्ग, बोहरा गली, सत्य पथ, बुद्ध गोपाल स्ट्रीट, सब्जी बाजार, बस स्टैंड, रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग, लकड़ी बाजार और अंबेडकर रोड वाला मुख्य वाणिज्यिक क्षेत्र है. बघाना अनाज मंडी के लिए जाना जाता है.
नीमच एक नजर में-
जनसंख्या- 8.26 लाख
- साक्षरता- 70.80 प्रतिशत
- संसदीय क्षेत्र- 1
- विधानसभा क्षेत्र- 3
- (मनसा, जवाद, जावरा,मंदसौर, मल्हारगढ़, सुवासरा, गरोठ )
- तहसील- 7
- गांव- 804
- ग्राम पंचायत- 236
- विकासखंड - 3