
मध्य प्रदेश में दलित आदिवासी और अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग को अगले चुनाव के पहले साधने के लिए मध्य प्रदेश में संत रविदास समरसता यात्रा का शुभारंभ 25 जुलाई को सिंगरौली से किया गया. यह यात्रा 12 अगस्त को सागर में समाप्त होगी. समरसता यात्रा में संत रविदास की पादुका पूजन किया जा रहा है. यह यात्रा 46 जिलों और 53000 गांव से होकर निकलने वाली है. रथ यात्रा हर गांव की मिट्टी और 315 नदियों का जल लेकर 12 अगस्त को सागर में समाप्त होगी.

मुख्यमंत्री कर रहे है सम्मान
पिछड़े एवं आदिवासी वर्ग लोगों को यात्रा में मुख्यमंत्री स्वयं सम्मानित कर रहे हैं. जबलपुर में समरसता यात्रा का आगमन 6 तारीख की रात को हुआ 7 एवं 8 अगस्त 2023 को समरसता यात्रा जबलपुर के मध्य, पूर्व एवं पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से होकर निकली ,जहां जगह-जगह यात्रा का स्वागत किया गया.

आज समापन पर आना था मुख्य मंत्री को : मोबाइल से ही संबोधित किया
9 तारीख को समरसता यात्रा एवं संवाद कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 1:00 बजे जबलपुर आना था, इसकी प्रशासनिक तैयारियां दो दिन से चल रही थी. रामलीला मैदान, बाई का बगीचा, सामुदायिक भवन में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर भीड़ जुटाई गई थी लेकिन उस वक्त भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के बीच निराशा छा गई. जब उन्हें पता चला कि मुख्यमंत्री जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट तो आए हैं लेकिन आगामी कार्यक्रम के लिए वे से सीधे जैतहरी , अनूपपुर के लिए रवाना हो गए.

102 करोड़ की लागत से होगा मंदिर का निर्माण
संत रविदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने 8 फरवरी को घोषित किया था कि संत रविदास की जन्म स्थली सागर मध्यप्रदेश में एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा , जो पिछड़े वर्ग के बीच सद्भाव और समरसता का प्रचार करेगा और समाज में संत रविदास के संदेशों को प्रचारित करेगा इसके लिए 102 करोड़ की लागत से संत रविदास मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे संत रविदास स्मारक का शिलान्यास

12 अगस्त को प्रदेश के 46 जिलों और 53000 गांव से होकर निकलने वाली रथ यात्रा हर गांव की मिट्टी और 315 नदियों का जल लेकर शिलान्यास स्थल सागर पहुंचेगी जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत रविदास स्मारक का शिलान्यास करेंगे.