नई दिल्ली : तुर्किये के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि अगर भारत जैसा देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में होगा तो हमारे लिए यह गर्व की बात होगी. आप जानते हैं कि दुनिया अब 'पांच' से ज्यादा बड़ी है. एर्दोगन ने जोर देते हुए कहा, 'जब हम यह कहते हैं कि दुनिया पांच से बड़ी है तो हमारा मतलब सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस के बारे में नहीं है. हमारे पास सिर्फ स्थायी सदस्य होने चाहिए.' उन्होंने कहा कि इसे एक रोटेशन सिस्टम पर काम करना चाहिए क्योंकि आपके पास 195 देश हैं जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं. इसलिए एक रोटेशन सिस्टम होना चाहिए जहां संभावित रूप से प्रत्येक देश सदस्य बन सके. हम यही प्रस्ताव रखते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई दिल्ली में संपन्न हुए जी20 शिखर सम्मेलन से इतर एर्दोगन से मुलाकात की. पीएम मोदी ने रविवार को तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन के साथ व्यापार और इन्फ्रास्ट्रक्चर रिलेशन को मजबूत करने पर चर्चा की. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'हमने भारत और तुर्किये के बीच व्यापार और इन्फ्रास्ट्रक्चर रिलेशन को और मजबूत करने के तरीकों के बारे में बात की.'
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'भारत हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार'
एर्दोगन ने दिल्ली में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाओं का लाभ उठाने का भरोसा जताया. उन्होंने कहा,
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भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन
उन्होंने कहा, 'उन 20 (5+15) को बारी-बारी से यूएनएससी का स्थायी सदस्य होना चाहिए. लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, दुनिया पांच से बड़ी है. जब हम कहते हैं कि दुनिया पांच से बड़ी है तो हमारा मतलब यह है कि यह केवल अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस के बारे में नहीं है.'