Doctor's Day 2024: ऑपरेशन थिएटर (Operation Theater) यानी ओटी (OT) के अंदर टेबल पर एक पेशेंट के चारों तरफ लगभग 12 लोग खड़े हैं, उन सबके साथ डॉक्टर जितेंद्र जामदार (Dr Jitendra Jamdar) के साथ दो अन्य डॉक्टर भी असिस्ट कर रहे हैं, बाकी स्टाफ ध्यान से ऑपरेशन देख रहा है. इनमें से पांच लोग आपरेशन ना देखकर लगातार डॉ जामदार (Best Orthopedic Doctor) और अन्य डॉक्टरों पर अपनी निगाह हुए हैं. डॉ जितेंद्र जानदार के सिर्फ नजर ऊपर करते ही उनके हाथ पर एक आपरेशन का एक उपकरण रख दिया जाता है, यह सब काम 2 घंटे के आपरेशन में बिना भूले, बिना चूके, बिना बोले, बिना गलती किए कई वर्षों से चल रहा है, क्योंकि यह पांच लोग ना तो बोल सकते हैं और ना ही सुन सकते हैं. यह मूक बधिर दिव्यांग हैं, जो डॉक्टर जामदार के ऑपरेशन थिएटर के साथ पूरे अस्पताल के मरीजों का ख्याल रखते हैं. इनसे कभी कोई गलती नहीं होती, क्योंकि डॉक्टर जितेंद्र जामदार और इन सभी मूकबधिर दिव्यांग के बीच एक साइन लैंग्वेज बना ली गई है इससे पूरी एकाग्रता के साथ बिना गलती किए काम कर रहे हैं.
डॉ जामदार से ऐसे जुड़े दिव्यांग
डॉ जितेंद्र जामदार जबलपुर के जाने-माने ऑर्थोपेडिक सर्जन (Top Orthopedic Surgeon) हैं. रोज 200 से ज्यादा की ओपीडी और 8-10 ऑपरेशन करने में अस्पताल में लगी तीन पारियों में 50 से ज्यादा मूक बधिर दिव्यांग इनको असिस्ट करते हैं यदि यह डॉक्टर जामदार की हॉस्पिटल में काम ना करते तो संभव है कि इनमें से बहुत से सड़कों पर भीख मांगते नजर आते.
नर्सिंग कॉलेज में दिलाई गई ट्रेनिंग
डॉक्टर शिरीष जामदार ने बाकायदा में दिव्यांग बच्चों को नर्सिंग कॉलेज में ट्रेनिंग दिलाई और आत्मनिर्भर बनने में मदद की, तब से अभी तक जामदार हॉस्पिटल से ट्रेनिंग पाये ढाई सौ से ज्यादा दिव्यांग शहर के और अन्य जिलों के अस्पताल में सम्मान पूर्वक अपनी सेवाएं दे रहे हैं. क्योंकि मरीज भी इन दिव्यांग बंधुओ के साथ बहुत सम्मान से व्यवहार करते हैं.
चिकित्सा ही नहीं समाज सेवा भी धर्म है
डॉक्टर जामदार की दो पीढ़ियां से पूरा परिवार चिकित्सा सेवा में लगा है लेकिन सिर्फ हॉस्पिटल चलाना और चिकित्सकीय काम करने के अलावा डॉक्टर जामदार समाज सेवा में अपना बहुत सा समय और पैसा खर्च करते हैं. दिव्यांग सेवा, रोटरी से समाज सेवा, समन्वय परिवार में नि:शुल्क शनिवार के कैम्प, गौ सेवा और बहुत ही सामाजिक सांस्कृतिक संस्थानों में सहयोग देते रहते हैं. पीएम मोदी भी जामदार से मुलाकात कर चुके हैं.
डॉक्टर जितेंद्र जामदार का कहना है कि सरकार और संगठन ने उन पर भरोसा जाहिर किया है, इसलिए पूरी ताकत के साथ मप्र जन अभियान परिषद के कार्यो को गति दी गई , उनके अनुसार प्रदेश के 312 ब्लाक में संचालित स्व: सहायता समूह को सहीं मार्गदर्शन देने का काम किया गया. अंतिम पक्ति तक बैठे गरीब की लाभ पहुंचाया. समाज सेवा और प्रतिदिन मरीजों से मिलने वाला आशीर्वाद उन्हें आज 65 वर्ष की आयु में भी तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखता है.
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