मायावती ने भतीजे को उत्तराधिकारी पद से हटाया, लिखा-'जब तक वह परिपक्व नहीं हो जाता...'

Akash Anand BSP: बीजेपी के बारे में आकाश आनंद की टिप्पणी पिछले हफ्ते सुर्खियों में रही थी. उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था. इसपर मायावती ने बड़ा एक्शन लिया है..

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Mayawati removes akash anand from BSP

Mayawati on Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की प्रमुख मायावती के अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) पर बड़ा एक्शन लिया है. अपने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए मायावती (Mayawati) ने बताया कि अब आकाश उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी (Political successor) या पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक (National Coordinator) नहीं रहेंगे. 29 वर्षीय आकाश आनंद को बुधवार शाम पार्टी से हटा दिया गया. कुछ दिनों पहले बीजेपी (BJP) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ पुलिस मामला दर्ज किया गया था.

उनकी बुआ (मायावती) ने कहा कि उन्हें 'पूर्ण परिपक्वता प्राप्त होने तक' उनकी जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है. बसपा नेता ने तालिबान का हवाला देते हुए कहा, 'जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और अपने बुजुर्गों को गुलाम बनाती है, वह आतंकवादी सरकार है.'

Advertisement

ट्वीट कर दी जानकारी

मायावती ने मंगलवार शाम अपने एक्स पर कई सारे ट्वीट किए. मायावती ने कहा, 'बीएसपी भी बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्वाभिमान और आत्मसम्मान तथा सामाजिक परिवर्तन के लिए एक आंदोलन है. जिसके लिए श्री कांशीराम जी और मैंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है और इसे गति देने के लिए एक नई पीढ़ी भी तैयार की जा रही है. इसी क्रम में मैंने पार्टी में अन्य लोगों को बढ़ावा देने के साथ ही आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक और उत्तराधिकारी घोषित किया. लेकिन, पार्टी और आंदोलन के व्यापक हित में उन्हें पूर्ण परिपक्वता प्राप्त करने तक इन दोनों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से अलग रखा जा रहा है.'

Advertisement
Advertisement

आकाश आनंद के खिलाफ मामला दर्ज

आकाश आनंद के संविधान और भाजपा से जुड़े विवादित भाषण के मामले में जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और रविवार को आनंद और चार अन्य के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया. अन्य में से तीन पार्टी के उम्मीदवार थे और चौथा वह नेता था जिसने रैली का आयोजन किया था जिसमें आनंद बोल रहे थे. सूत्रों ने बताया कि इसके तुरंत बाद आकाश आनंद की सभी रैलियां रोक दी गईं.

ये भी पढ़ें :- PM Kisan Yojana: इस दिन जारी हो सकती है किसान सम्मान निधि की अगली किस्त, ये काम नहीं कराने पर खाते में नहीं आएंगे पैसे

आकाश को बनाया था राजनीतिक उत्तराधिकारी

बसपा प्रमुख मायावती ने पिछले साल दिसंबर में अपने भतीजे को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया था. मंगलवार को उन्होंने आकाश को पार्टी से हटाने की घोषणा चुनाव के तीसरे चरण के समाप्त होने के बाद की. बीएसपी, जिसे राज्य के दलितों का एक बड़ा हिस्सा समर्थन प्राप्त है. पार्टी इस चुनाव में अकेले ही मैदान में उतर रही है. बता दें कि आकाश आनंद ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आधिकारिक तौर पर राजनीति में प्रवेश किया था. इससे पहले वह बीएसपी के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए थे और 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार में अपनी चाची के साथ गए थे.

ये भी पढ़ें :- Indian Railways: इस राज्य से शुरू होने जा रही है Private Train सेवा, जानें रूट और प्राइस लिस्ट