Agniveer : 3000 अग्निवीरों ने दुश्मन के दांत किए थे खट्टे,'ऑपरेशन सिंदूर' में निभाई बड़ी भूमिका

Operation Sindoor In Agniveer : 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से भारत की सेना ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मुंह तोड़ जवाब दिया है. वहीं, इस विशेष ऑपरेशन पर  3,000 अग्निवीरों शामिल थे. इस दौरान अग्निवीरों ने दुश्मन के दांत खट्टे कर दिए. जानें ऑपरेशन के दौरान कौन-कौन सी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां इनको दी गई थी.

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Agniveer Role In Operation Sindoor : 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय सेना के अग्निवीरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. जानकारी के मुताबिक करीब 3,000 अग्निवीर 'ऑपरेशन सिंदूर' में शामिल रहे. अग्निवीर दुश्मन पर हमला करने वाले दल में शामिल रहे. इसके अलावा अग्निवीरों ने गनर, अग्नि नियंत्रण ऑपरेटर, रेडियो ऑपरेटर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई.

दुश्मन के हवाई हमलों को नाकाम करने वाली सुरक्षा प्रणाली में भी अग्निवीर शामिल रहे. इसके अलावा हथियारों व मिसाइलों से लैस भारी वाहनों के चालक दल में भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अग्निवीरों ने काम किया. ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा बनने वाले इन अग्निवीरों की उम्र केवल 20 साल के आसपास है.भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकवादी ठिकाने नष्ट किए थे. इस कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को तबाह किया.

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पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त किया

22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकवादी कैंपों को निशाना बनाया और 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया. इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना व नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था. लेकिन पाकिस्तानी सेना ने पलटवार करते हुए भारत में सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर कई हमले किए. पाकिस्तान की इस हरकत के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया.

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अग्निवीरों ने हमलों को नाकाम करने में अहम भूमिका निभाई 

इस पूरे ऑपरेशन में अग्निवीरों और सैन्य कर्मियों ने भी अपनी बहादुरी और क्षमता का परिचय दिया. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन मार गिराए. सेना ने पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया. अग्निवीर भारत की इस कार्रवाई का भी हिस्सा थे. ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तानी सेना ने मोर्चा खोला था. पाकिस्तानी सेना ने भारत के अलग-अलग इलाकों में ड्रोन और मिसाइलों से हमले की नाकाम कोशिशें की. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक इस दौरान अग्निवीरों ने हमलों को नाकाम करने में अहम भूमिका अदा की.

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अग्निवीरों की भी काफी मुश्किल ट्रेनिंग होती है

गौरतलब है कि सामान्य सैन्य कर्मियों की ही तरह अग्निवीरों की भी काफी मुश्किल ट्रेनिंग होती है. अग्निवीरों ने आकाशतीर वायु रक्षा नियंत्रण प्रणाली को संचालित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. भारतीय स्वदेशी आकाशतीर प्रणाली ने पाकिस्तान के हवाई हमलों का तुरंत पता लगाया और उन्हें मार गिराने में मदद की. इसमें भी अग्निवीरों का योगदान रहा.

भारतीय सेना ने न केवल पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि उसके कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस और एयर डिफेंस सिस्टम को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है. ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी.

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