Milk: घर के बडे-बूढ़े हमेशा ही रोजाना दूध पीने की सलाह देते हैं. आप भी दूध पीने के कई फायदों (Benefits Of Milk) के बारे में जानते होंगे. दूध में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत (Strong Bones) बनाने में मदद करता है और दांतो के लिए भी फायदेमंद होता है. ज्यादातर लोग नाश्ते में या फिर सोने से पहले दूध पीते हैं. लेकिन क्या हर रोज दूध पीना जरूरी होता है? दूध पीने का सबसे अच्छा समय क्या होता है? दूध पीने के बारे में विशेषज्ञों द्वारा कुछ फैक्ट्स दिए गए हैं और बताया गया है कि दूध पीने का सबसे अच्छा समय क्या है.
क्या रोजाना दूध पीना चाहिए? दूध पीने का सबसे अच्छा समय क्या है?
पेडियाट्रिक्स और नियोनेटोलॉजी की कंसल्टेंट रमानी रंजन बताती हैं कि, "दूध हड्डियों के लिए अच्छा है क्योंकि इसमें कैल्शियम पाया जाता है जो शरीर की हड्डियों और दांतों के लिए भी बेहद जरूरी होता है. एक गिलास दूध पीने से ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा दूध में और भी कई जरूरी विटामिन और खनिज पाए जाते हैं. कई एथलीट वर्कआउट के बाद भी दूध पीते हैं. इसका सेवन शरीर की सभी जरूरी पोषक तत्व देता है. रोजाना दूध पीना सेहतमंद है. हालांकि, कई लोगों को लैक्टोज या फिर गाय या भैंस के दूध से एलर्जी होती है. उनके लिए दूध के दूसरे ऑप्शन भी मौजूद होते हैं. दूध लाभदायी होता है लेकिन इसका मतलब ये नही है कि इसको सेवन जरूरत से ज्यादा किया जाए. सही मात्रा में इसका सेवन ही सेहत को फायदा पहुंचा सकता है. कई लोगों के मन में सवाल आता है कि दूध पीने का सही समय क्या है तो बता दें कि दूध पीने का कोई विशेष समय नहीं होता है. हर सुबह एक गिलास दूध पीने से हाइड्रेशन को बनाए रखने में मदद मिलती है.
डॉ. मनीष मन्नान बताते हैं कि, "हर दूध पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. खासकर बच्चों के लिए ये बेहद फायदेमंद होता है. दूध में कैल्शियम के अलावा भी कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपके शरीर के विकास में भी फायदेमंद होतो हैं. दक्षिण अमेरिका, न्यूजीलैंड और जापान में किए गए कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि दूध का सेवन करने वाले बच्चों में दूध का सेवन न करने वाले बच्चों की तुलना में कद की ऊचाई बेहतर होती है. इसका कारण अच्छी तरह से समझ में नहीं आता है, लेकिन यह सोचा जाता है कि शायद दूध में ट्रिप्टोफेन की अधिक मात्रा के कारण बच्चों के कद में वृद्धि को बढ़ावा मिलता है. दिन में दो बार, सुबह और सोते समय बच्चों को दूध का सेवन करना चाहिए”
डॉ. सुदीप चौधरी बच्चों के सही पोषण के लिए बहुत अधिक दूध के सेवन की सलाह नहीं देते हैं. वो बताते हैं, "अगर बच्चा एक साल से कम उम्र का है, तो वह रोजाना दूध पीता है, लेकिन एक साल के बाद हर दिन उसे दूध पिलाना ज्यादा उपयोगी नहीं होता है क्योंकि दूध में पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा नहीं होती है" दूध में बहुत अधिक कैलोरी होती है इसलिए यह बच्चे को भरा हुआ महसूस कराता है और साथ ही यह पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं देता है जो पर्याप्त होना चाहिए, इसलिए शरीर में पोषण की कमी हो जाती है. दिन में एक गिलास दूध पीना चाहिए. दूध पीने का सबसे अच्छा समय बिस्तर पर जाने से पहले शाम को होता है. एक बार बच्चे के खाने के कारण उसका पूरा पोषण हो जाता है और फिर बिस्तर से ठीक पहले बच्चे एक आदत के रूप में दूध पी सकते हैं. बच्चों को नाश्ते में दूध देने का बड़ा नुकसान यह है कि इससे उनकी भूख कम हो जाती है और इस तरह उन्हें भोजन से पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता है.”
इन सबका यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि दूध का हर रोज सेवन किया जा सकता है लेकिन इसके साथ दूसरे पोषक तत्वों को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
(डॉ. रमणी रंजन, सलाहकार, पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी, मदरहुड नोएडा)
(डॉ. मनीष मन्नान, पीडियाट्रिक्स और नियोनेटोलॉजी पारस अस्पताल, गुरुग्राम)
(डॉ. सुदीप चौधरी, बाल रोग विशेषज्ञ, कोलंबिया एशिया अस्पताल, गुरुग्राम)
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