
Rohit Saraf: एक ऐसा करियर जिसने चुपचाप ये परिभाषा बदल दी कि एक ‘रिलेटेबल स्टार' असल में होता कौन है. रोहित सराफ (Rohit Saraf) ने हमेशा अपनी परफॉर्मेंस को लेबल्स और टैग्स से ऊपर रखा है. चाहे डियर जिदगी और द स्काई इज पिंक जैसी फिल्मों में उनके शुरुआती रोल हों या नेटफ्लिक्स (Netflix) कीमिसमैच (Mismatched) से इंटरनेट के “नेशनल क्रश” बनने का सफर, रोहित की पहचान उनके काम की सादगी और ईमानदारी से बनी है, जो सीधे दर्शकों के दिल से जुड़ती है.
दिलचस्प पड़ाव की ओर
2024 में उनकी जर्नी ने एक नया मोड़ लिया और 2025 में वो और भी दिलचस्प पड़ाव की ओर बढ़ रही है. पिछले साल रोहित ने इश्क विश्क रिबाउंड से अपने पहले मेनस्ट्रीम लीड हीरो के तौर पर थिएटर डेब्यू किया और इस साल वह धर्मा प्रोडक्शंस की सनी संसकारी की तुलसी कुमारी जैसे बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं. जहां उनका किरदार पहले से कहीं ज्यादा मैच्योर और कॉन्फिडेंट दिखाई देता है. जहां कई एक्टर्स OTT और थिएटर को एक-दूसरे का कॉम्पिटिशन मानते हैं, वहीं रोहित इस बहस में नहीं पड़ते. उनके लिए हर माध्यम एक अलग एक्सपीरियंस, एक अलग ग्रोथ का मौका है, प्रोफेशनली भी और पर्सनली भी.
रोहित सराफ ने ये कहा
रोहित सराफ कहते हैं "मैं खुद को बहुत लकी मानता हूं, OTT ने मुझे लोगों से जोड़ा और मुझे पहचान दी, और अब फिल्में मुझे नए चैलेंजेज और एक बड़ा कैनवस दे रही हैं, लेकिन मेरे लिए ये कभी OTT बनाम थिएटर नहीं रहा. मेरे लिए हमेशा से बात उन कहानियों की रही है जो लोगों के दिलों को छू जाएं, चाहे वो किसी भी मीडियम से आएं”. रोहित का ये फेज पुरानेपन की गर्माहट और नएपन के एक्साइटमेंट का सुंदर संतुलन है. वो शोहरत की परंपरागत चकाचौंध में नहीं उलझे हैं बल्कि वो एक ऐसा सफर बना रहे हैं जो ईमानदार भी है, हैरान करने वाला भी, और धीरे-धीरे बदलाव लाने वाला भी. जैसे-जैसे दर्शक उन्हें एक प्यारे बॉय-नेक्स्ट-डोर से एक मैच्योर लीडिंग मैन के रूप में देख रहे हैं, एक बात तो साफ है कि रोहित सराफ की अगली पारी उम्मीदों में फिट होने की नहीं है, बल्कि उन्हें फिर से परिभाषित करने की है.
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