Exclusive Interview With Rani Chatterjee : रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) भोजपुरी इंडस्ट्री का वह नाम है, जिसने भोजपुरी सिनेमा के अलावा हिंदी टीवी जगत में भी काफी नाम कमाया है. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना नाम रानी चटर्जी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को एक से एक बड़ी हिट फिल्में दी हैं. NDTV के साथ बातचीत में एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने भोजपुरी सिनेमा को लेकर काफी राज खोलें.
'सास बहू चलीं स्वर्ग लोक'
जब रानी चटर्जी से पूछा गया कि आप अभी किस फिल्म की शूटिंग कर रही हैं? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि मेरी फिल्म सास बहू चलीं स्वर्ग लोक. यह एक कॉमेडी फिल्म है, जो जल्द ही दर्शकों के बीच में आने वाली है. वहीं जब एक्ट्रेस से पूछा गया कि फिल्मों के नाम कॉमेडी वाले क्यों होते हैं? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अभी यही ट्रेंड चल रहा है. सास बहू की लड़ाई तो आम बात है, फिर कॉन्सेप्ट ही ऐसे होते हैं कि टाइटल नेम ऐसे ही रखने पड़ते हैं.
हिंदी फिल्मों के ऑफर आते हैं?
जब रानी से पूछा गया कि आपको हिंदी फिल्मों के ऑफर आते हैं क्या? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि, जी हां बिल्कुल मुझे ऑफर्स आते रहते हैं और मेरा हिंदी टीवी जगत में साल 2019 से करियर शुरू हुआ था. मैं दो टेलीविजन शोज कर चुकी हूं और हिंदी सिनेमा से भी जुड़ी हूं, लेकिन मैं हिंदी फिल्मों में एक शानदार कॉन्सेप्ट के साथ काम करना चाहती हूं.
बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा में ये है अंतर?
जब रानी से पूछा गया कि बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा में क्या अंतर है? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि बॉलीवुड जैसे भोजपुरी सिनेमा में भी डायरेक्टर, प्रोड्यूसर होते हैं. लेकिन सबसे बड़ा अंतर होता है वह बजट का होता है. बॉलीवुड में आपको एक फिल्म के शूट के लिए 100 दिन मिलते हैं, लेकिन भोजपुरी सिनेमा में हमको सिर्फ 20-25 दिन मिलते हैं. हमको कम समय में अच्छा काम करना होता है. बस यही सबसे बड़ा अंतर है.
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी होती है कास्टिंग?
जब रानी से पूछा गया कि भोजपुरी इंडस्ट्री का कास्टिंग प्रोसेस क्या है? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा का कास्टिंग प्रोसेस लगभग सेम ही है. जो बड़े नाम होते हैं, उनको डायरेक्ट कास्ट कर लिया जाता है. उनके अलावा जो सपोर्टिंग किरदार होते हैं उनके ऑडिशन लिए जाते हैं, या तो कोई किसी का खास है, उसको कास्ट कर लिया जाता है.
क्या भोजपुरी सिनेमा में है नेपोटिज्म?
जब रानी से पूछा गया कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म है? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि जी हां बिल्कुल नेपोटिज्म है. उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि मैं कभी भी किसी एक्टर की फेवरेट नहीं रही. मैंने शुरूआती दौर में काफी स्ट्रगल किया और देखा कि फिल्मों में उन्हें कास्ट कर लिया जाता था जो एक्टर की पसंदीदा है. मुझे शुरुआती दौर में हिट फिल्में देने के बाद भी काफी संघर्ष करना पड़ा था.
कास्टिंग काउच को लेकर ये कहा
जब रानी से पूछा गया कि क्या भोजपुरी सिनेमा में कास्टिंग काउच होती है? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि अब कास्टिंग काउच का मीनिंग बदल गया है. एक जमाने में जब मैंने शुरुआत की थी, उस वक्त कास्टिंग काउच किसी रेप से कम नहीं होता था. मतलब कोई इसकी बात करे तो रेप की बात हो रही है. लेकिन आज के दौर में जो मैं देखती हूं कि हर तरफ से सहमति है. लोग साथ में रहते हैं, फिर उसके बाद नहीं बनती तो कास्टिंग काउच का नाम दे देते हैं. हमारे इंडस्ट्री में कभी ऐसा नहीं रहा कि किसी आदमी ने लड़की के साथ जबरदस्ती की हो.