Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के अंतर्गत आने वाले बेरला ब्लॉक के ग्राम उफरा की रहने वाली विधवा बुजुर्ग महिला बसंता मानिकपुरी का गांव में मकान है, और लगभग ढ़ाई एकड़ जमीन भी है, बुजुर्ग महिला मजदूरी के लिए अपनी बेटी के पास कुम्हारी चली गई थी, और वहीं रहकर काम करती थी. लेकिन दबंगों ने पीड़िता बुजुर्ग महिला के मकान पर कब्जा कर लिया. पीड़िता को जब कब्जे की सूचना मिली तो गांव पहुंची. न्याय की आस में प्रशासन की चौखट पर आवेदन पत्र लेकर पहुंची. वहां, उसके जमीन को भी फर्जी तरीके से पटवारी के साथ मिली भगतकर अपने नाम पर किए जाने की साजिश रची गई है.
बुजुर्ग महिला फिर से आवेदन लेकर पहुंची
जिसके बाद वह इसकी शिकायत तहसील स्तर पर की थी, जहां पर उसे न्याय नहीं मिला. उसके बाद उन्होंने कलेक्टर से भी इसकी शिकायत की. लेकिन पीड़िता पिछले 10 वर्षों से तहसील कार्यालय से लेकर कलेक्ट्रेट तक चक्कर लगा रही है, अब तक किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई है. नए कलेक्टर के आने के बाद बुजुर्ग महिला फिर से आवेदन देने पहुंची है, और न्याय की गुहार लगाई है. वहीं, कलेक्टर ने कहा है कि तहसीलदार को भेजकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेंगे.
अब देखना होगा कि क्या पीड़िता को उसका हक मिल पाता है, या फिर भी नए डीएम का रुख भी पुराने अफसरों जैसा रहेगा. क्योंकि जैसे ही पीड़िता को नए डीएम के जिले में आने की सूचना मिली तो वो न्याय की आस लिए पहुंच गई.
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