Amit Shah Chhattisgarh Visit : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर से छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं. 22 और 23 जून को वे छत्तीसगढ़ में ही रहेंगे. प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने अमित शाह के दौरे का पूरा प्लान बताया है . डिप्टी सीएम ने बताया कि अमित शाह 22 और 23 तारीख को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे. बड़ी सौगात छत्तीसगढ़ को मिलेगी.
नया रायपुर में बनने वाले नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस का भूमिपूजन करेंगे. प्रशासनिक बैठकें होंगी. नक्सल अभियानों सहित अन्य मामलों की समीक्षा की जाएगी. 23 तारीख को वे बस्तर में सुरक्षा बलों के कैंप में जाएंगे.
राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) का एक कैंपस छत्तीसगढ़ में स्थापित किया जाएगा. यह कैंपस नया रायपुर में 40 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा, जिसके लिए राज्य सरकार ने जमीन उपलब्ध कराई है. केंद्र सरकार द्वारा लगभग 350-400 करोड़ रुपये की लागत से इस कैंपस का बुनियादी ढांचा विकसित किया जाएगा. इस परियोजना का भूमि पूजन 22 और 23 तारीख को होगा.
राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि
उन्होंने बताया कि नए आपराधिक कानूनों, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम में सात साल या उससे अधिक की सजा वाले अपराधों में फोरेंसिक विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस कैंपस के स्थापित होने से छत्तीसगढ़ के छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, साथ ही फोरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में प्रशिक्षित मैनपावर की आवश्यकता को पूरा करने में मदद मिलेगी. एनएफएसयू का यह कैंपस राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
ट्रांजिट कैंपस भी होगा शुरू
डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया कि 6-7 एकड़ की अतिरिक्त जमीन पर छत्तीसगढ़ सरकार का स्वयं का फोरेंसिक लैब भी बनाया जाएगा. जब तक एनएफएसयू का स्थायी कैंपस तैयार नहीं हो जाता, तब तक एक ट्रांजिट कैंपस के माध्यम से पढ़ाई शुरू की जाएगी.यह ट्रांजिट कैंपस इसी शैक्षणिक सत्र से डिजिटल रूप से शुरू होगा, जिससे छात्रों को तत्काल लाभ मिल सके. प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा रही हैं और केंद्र सरकार का पूरा सहयोग इस परियोजना को सफल बनाने में मिलेगा.
अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बस्तर संभाग भी जा सकते हैं. यहां सुरक्षा बलों के किसी कैंप में अमित शाह का दौरान हो सकता है.
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलवाद के मुद्दे पर भी बात की. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित परिवारों, विशेषकर शहीद परिवारों के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे. यदि शहीद परिवारों के परिजन पुलिस या संबंधित विभागों में काम नहीं करना चाहते हैं, तो उन्हें अन्य विभागों में आवेदन करने का अवसर दिया जाएगा. इसके लिए उनके आवेदनों को प्राथमिकता दी जाएगी. नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को और तेज करने के लिए प्रत्येक जिले में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया जा रहा है. इसके साथ ही, जनता से फीडबैक लेने के लिए एक टोल-फ्री नंबर जल्द जारी किया जाएगा, और डिजिटल माध्यमों से भी लोगों की राय ली जाएगी.
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