Tennis and Hocky Academy in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए 2025 का आगाज बड़ी खुशखबरी के साथ हुआ है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में खेल अधोसंरचना को मजबूत करने के उद्देश्य से रायपुर में टेनिस अकादमी और राजनांदगांव में हॉकी अकादमी की स्थापना को मंजूरी दी है. इन दो प्रमुख अकादमियों के शुरू होने से राज्य के युवा खिलाड़ियों को उच्च स्तर की सुविधाएं और प्रशिक्षण प्राप्त होगा, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना सकेंगे. राज्य सरकार ने इन अकादमियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं और उत्कृष्ट प्रशिक्षकों से सुसज्जित करने की योजना बनाई है.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होंगी खेल सुविधाएं
रायपुर और राजनांदगांव में स्थापित होने वाली ये अकादमियां आधुनिक खेल उपकरणों और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित होंगी. यहां खिलाड़ियों को अपने खेल में निपुणता हासिल करने के लिए बेहतरीन प्रशिक्षण दिया जाएगा. टेनिस और हॉकी के विशेषज्ञ कोच खिलाड़ियों को उनकी कमजोरियों पर काम करने और खेल कौशल को निखारने में मदद करेंगे.
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए सुनहरा मौका
ये अकादमियां राज्य के खिलाड़ियों को अपने खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने का सुनहरा मौका देंगी. राज्य सरकार का मानना है कि इन सुविधाओं से खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए बेहतर तरीके से तैयार किया जा सकेगा. इसके अलावा, यह पहल छत्तीसगढ़ को खेल क्षेत्र में राष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी सहायक होगी.
रोजगार के अवसर भी होंगे सृजित
इन खेल अकादमियों की स्थापना के साथ-साथ नई नौकरियों के अवसर भी पैदा होंगे. राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायपुर में टेनिस अकादमी के लिए 13 नए पदों और राजनांदगांव की हॉकी अकादमी के लिए 14 नए पदों के सृजन को स्वीकृति दी है. इससे खेल प्रशिक्षकों, प्रबंधन अधिकारियों और अन्य स्टाफ को रोजगार मिलेगा.
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खेलों के विकास में मील का पत्थर
जानकारों का मानना है कि टेनिस और हॉकी अकादमियों की स्थापना से छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास के लिए एक सकारात्मक वातावरण बनेगा. इन परियोजनाओं से राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को खेल को एक पेशेवर करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी सरकार का यह कदम राज्य के खेल भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.