Sugam App: रजिस्ट्री में फर्जीवाड़े की टेंशन होगी दूर, सुगम एप से पारदर्शी व सरल होगी पूरी प्रक्रिया

Chhattisgarh Sugam App: इस एप से संपत्ति की वास्तविक संरचना के संबंध में जानकारी मिल सकेगी, जिससे भवन, सड़क, फैक्टरी आदि संरचनाओं को छिपाया नहीं जा सकेगा. ऐसे में सरकार को होने वाले राजस्व नुकसान को रोका जा सकेगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Sugam App: छत्तीसगढ़ में रजिस्ट्री प्रकिया (Property Registration) को अधिक पारदर्शी, सरल और जनहितैषी बनाया जा रहा है. अब संपत्ति की वास्तविक भौगोलिक स्थिति रजिस्ट्री पेपर में स्थायी रूप से अंकित हो रही है. ये सब हो रहा है सुगम एप (Sugam App) से, इसे लागू किये जाने के बाद से राज्य में 1200 से अधिक रजिस्ट्री (Registry) हो चुकी हैं. छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) द्वारा जनता को ज्यादा से ज्यादा सहूलियतें देने तथा उन्हें लाभान्वित करने के लिए कई सुधार कार्य किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में रजिस्ट्री प्रक्रिया को पारदर्शी और जनता के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से 'सुगम एप' को हाल ही में 21 अक्टूबर से लागू किया गया है.

धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम : वित्त मंत्री

छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि सरकार नागरिक सशक्तीकरण के लिए आगे भी रजिस्ट्री कार्य में अधिकाधिक टेक्नॉलाजिकल अनुप्रयोग तथा प्रक्रियागत सुधार की दिशा में प्रतिबद्ध है. सुगम एप संपत्ति संबंधी धोखाधड़ी रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. अक्सर ऐसी शिकायतें आती हैं कि रजिस्ट्री के बाद एक कई बार लोगों को फर्जीवाड़ा का शिकार हो जाता है. रजिस्ट्री दस्तावेज में दिया गया सम्पत्ति विवरण तथा मौके की स्थिति में अंतर होता है.

Advertisement
एक सम्पत्ति कई लोगों को बेच दी जाती है. जिस जमीन का रजिस्ट्री किया जाता है, वह जमीन वास्तव में अस्तित्व में नहीं होती. ऐसी घटनाएं भी सामने आती रहती हैं कि रोड, रास्ता, उद्यान आदि की जमीन बेच दी गयी है. मौके में जितनी जमीन उपलब्ध है, उससे अधिक रकबा बेच दिये जाने की घटनाएं भी होती रहती है. ऐसी घटनाओं से आपसी लड़ाई-झगड़े तथा कोर्ट-कचहरी के मुकदमेबाजी के मामले बढ़ते हैं.

कैसे काम करता है सुगम एप?

सुगम एप में पक्षकार को रजिस्ट्री के प्रकिया के दौरान अपना मोबाईल लेकर उस जगह में जाना होगा, जिस स्थान की रजिस्ट्री किया जा रहा है. उस स्थान में जाकर सुगम एप खोलकर एप में दिखाए गए तीन कोणों यानी सम्पत्ति के सामने, दाएं और बाएं से उस स्थान का फोटो लेना होगा. वह फोटो स्वतः ही रजिस्ट्रार के माड्यूल में ट्रांसफर हो जाएगा. उस स्थान की भौगोलिक स्थिति अर्थात् अक्षांश व देशांतर की स्थिति रजिस्ट्री पेपर में फोटो के साथ दर्ज हो जाएगी. इस प्रकार संपत्ति की वास्तविक भौगोलिक स्थिति का निर्देशांक रजिस्ट्री पेपर में स्थायी रूप से अंकित रहेगा, जिससे पक्षकार कभी भी उस स्थान पर जाकर संपत्ति की पहचान कर सकता है. सुगम एप के माध्यम से सरकार को राजस्व नुकसान पहुंचाने की घटनाओं को भी नियंत्रित किया जाएगा. सुगम एप के द्वारा इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगेगी.

Advertisement

यह भी पढ़ें : MP में लॉन्च हुआ जमीन खरीदी-बिक्री का नया पोर्टल, हांगकांग में बैठे-बैठे इस शख्स ने कराई रजिस्ट्री

Advertisement

यह भी पढ़ें : MP में लॉन्च हुआ जमीन खरीदी-बिक्री का नया पोर्टल, हांगकांग में बैठे-बैठे इस शख्स ने कराई रजिस्ट्री

यह भी पढ़ें : Fertilizer Crisis: कृषि मंत्री ने कहा-किसान परेशान न हों, MP में मौजूद है पर्याप्त खाद स्टॉक, ऐसे हैं आंकड़े

यह भी पढ़ें : Diwali से पहले CM साय ने इन कर्मचारियों के बोनस का किया ऐलान, एप लॉन्च में कहा- PM सूर्य घर का उठाएं लाभ