
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विश्व प्रसिद्ध सांची स्तूप भी तिरंगे की रौशनी से नहा गया. ने तिरंगे के रंग को रोशनी से दुनिया भर में आजादी के जश्न का संदेश दिया सांची स्तूप पर पुरातत्व विभाग द्वारा अलग अलग रंग बिरंगी लाइट की रोशनी से तिरंगा बनाया गया जो रात के अंधेरों में लोगो की आकर्षण का केंद्र बना रहा
आजादी के दिन रात के अंधेरों में सांची स्तूप पर लाइटों से तिरंगा बनाया जो दूर से ही आजादी का जश्न मनाता नज़र आ रहा था यूं तो सांची स्तूप को दुनिया भर में शांति का संदेश दिया जाता है आज हिंदुस्तान की आजादी का जश्न मनाते देखा गया
इतिहासकारों के अनुसार दुनिया भर में सम्राट अशोक ने 84 हजार स्तूपो का निर्माण कराया था सबसे प्रथम नंबर का सांची स्तूप माना जाता है यह सांची भोपाल से 45 किलोमीटर की दूरी पर और विदिशा से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है
बताया जाता है सम्राट अशोक ने सांची स्तूप बनाबाकर दुनिया भर में शांति का संदेश दिया था सांची स्तूप ढाई हजार साल पुराना बताया जाता है सांची स्तूप परिसर में एक पीपल का पेड़ लगा है बताया जाता है यह वही पीपल के पेड़ की शाखा है जिसके नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था सांची स्तूप में बुद्ध धर्म में आस्था रखने वालो का बड़ा केंद्र भी माना जाता है यहां भगवान बुद्ध का विशाल मंदिर भी है शांति के संदेश के साथ आज सांची स्तूप ने दुनिया भर में आजादी का संदेश दिया
पुरातत्व अधिकारी की माने तो सांची स्तूप पर नाइट में लाइटिंग की व्यवस्था की गई है सभी विभाग अपने अपने तरह से स्वतंत्रता दिवस मना रहे है पुरातत्व विभाग ने भी रात में तिरंगे का रंग देकर देश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी