धमतरी जिले के कुरूद ब्लॉक में नारी के प्राइमरी स्कूल में तैनात सहायक शिक्षक(एलबी) को अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर बच्चों के हित में एक स्टेटस लगाना भारी पड़ गया. शिक्षक ने बच्चों के हित में सोच कर अपने अंदर चल रही नाराजगी को वॉट्सऐप पर लगाकर जाहिर कर दिया. इसके बाद किसी स्टेटस के स्क्रीनशॉट लेकर धमतरी जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल को शेयर कर दिए. इसके बाद शिक्षा अधिकारी ने सहायक शिक्षक (एलबी) ढालू राम साहू को निलंबित कर दिया.

क्या है मामला
शिक्षण सत्र 2025-26 का 5वां महीना बीत जाने के बाद भी एजुकेशन विभाग ने बच्चों को पढ़ने के लिए नई किताबें नहीं दिलाई हैं, वह अभी भी फटी-पुरानी किताबों से पढ़ने को मजबूर है. इसी की नाराजगी जाहिर करते हुए शिक्षक ने स्टेटस लगा दिया था.

वहीं, शिक्षक ने 31 अक्टूबर को अपने वॉट्सऐप पर तीन से चार अलग-अलग तरह के मैटर को लिखकर शेयर कर दिया. जिसमें बच्चों की शिक्षा व्यवस्था पर लिखा कि अभी तक स्कूल में बच्चों को पूरी पुस्तक नहीं मिल पाई हैं, इसका जिम्मेदार कौन है? जब तक बच्चों को पूरी पुस्तक नहीं मिल जातीं, तब तक सहायक शिक्षक से लेकर BEO और DEO, कलेक्टर और शिक्षा मंत्री का वेतन रोक देना चाहिए.

और क्या-क्या स्टेटस पर लिखा
शिक्षक ने आगे स्टेटस में लिखा, गांव के नेताओं को गांव का विकास नहीं, केवल पार्टी का विकास चाहिए. उनकी सोच बस इतनी ही है. हमारे जनप्रतिनिधियों को यह सब नहीं दिखता, जहां खाने-पीने को मिले, वहीं पर यह लोग काम करते हैं हम चले राज्य स्थापना दिवस मनाने, क्या हम राज्योत्सव मनाने की लायक हैं.
बच्चों के लिए आवाज उठाना पड़ा भारी
इस तरह का स्टेटस लगाकर शिक्षक ने बच्चों के लिए आवाज उठाई थी, जिसका खामियाजा शिक्षक को भुगतना पड़ा. वहीं, मामला अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. लोग इस शिक्षक की बहादुरी को सलाम कर रहे हैं तो वहीं, प्रशासन द्वारा शिक्षक को निलंबन करने पर लोग आक्रोशित हो गए हैं.