Family members wrote letter to PMO-CMO: छत्तीसगढ़ में बिलासपुर अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) के डॉक्टर्स की लापरवाही से हुई गोल्डी छाबड़ा की मौत के मामले में सरकंडा पुलिस ने अपोलो प्रबंधन के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं की है. इसे लेकर मृतक के परिजनों में नाराजगी है. गोल्डी छाबड़ा के परिजनों ने प्रधानमंत्री कार्यालय समेत सभी मंत्री, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और छत्तीसगढ़ के सीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
ये है मामला
बता दें कि दिसंबर 2016 को गोल्डी को पेट दर्द होने पर अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. ईलाज के बाद डॉक्टर्स ने शाम को डिस्चार्ज किए जाने की बात गोल्डी के परिजनों से कही थी. लेकिन सुबह होते ही गोल्डी को मृत घोषित कर दिया गया. मौत का कारण अपोलो हॉस्पिटल ने सल्फास पॉइजनिंग बताया था. गोल्डी की संदिग्ध मौत को लेकर परिजनों ने सरकंडा थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. लेकिन सरकंडा पुलिस ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की.
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परिजन बोले- प्रबंधन पर भी कार्रवाई हो
परिजनों की शिकायत के बाद भी जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो इसके खिलाफ़ परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी. कोर्ट के आदेश के बाद सरकंडा पुलिस ने दोषी डॉक्टर्स और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और चार वरिष्ठ डॉक्टरों को गिरफ्तार कर मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिया था. लेकिन पुलिस ने अपोलो प्रबंधन के खिलाफ़ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में गोल्डी के परिजनों ने प्रधानमंत्री कार्यालय समेत सभी मंत्री, पुलिस अधिकारियों और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपोलो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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