
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले जशपुर जिले के पत्थलगांव नगर पंचायत की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. दरअसल, नगर पंचायत के भाजपा समर्थित पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कलेक्टर को पत्र सौंपा.
पहले भाजपा अध्यक्ष सुचिता एक्का के विरोध पारित किया था अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि एक साल पहले पत्थलगांव नगर पंचायत भाजपा अध्यक्ष सुचिता एक्का के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था. उस वक्त भाजपा के नौ पार्षद और कांग्रेस के महज पांच पार्षद होने के बावजूद भाजपा अपने अध्यक्ष को नहीं बचा पाई थी. अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 12 मत पड़े थे, जबकि विरोध में केवल 3 मत ही पड़े थे.
कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष पर भाजपा पार्षदों ने लगाए गंभीर आरोप
वहीं एक बार फिर भाजपा समर्थित पार्षदों ने कांग्रेस समर्थित उर्वसी सिंह (अध्यक्ष) पर अध्यक्ष बनने के बाद जनहित के कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है. पार्षदों ने अध्यक्ष निधि को कमीशन व स्वयं के निजी फायदा के लिए गार्डन में अनुमानीत लागत से अधिक का घास खरीदी का आरोप लगाया है. इसके अलावा भाजपा समर्थित पार्षदों ने अध्यक्ष पर हाल में पीआईसी. में दुकान की निलामी को निरस्त कर बाद में भारी लेन देन कर पास कराने का भी आरोप लगाया है.
इधर, नगर पंचायत में उपेक्षा का आरोप लगाकर फिर से कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव का पत्र सौंपने से पत्थलगांव में राजनीति पारा हाई हो गया है. नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता ने बताया कि नगर पंचायत पत्थलगांव में भाजपा काबिज था, लेकिन तत्कालीन अध्यक्ष सुचिता एक्का द्वारा कार्य मे लापरवाही करने पर पार्षदों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था. उन्होंने कहा कि पार्षदों को कहना था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार है और नगर पंचायत में भी कांग्रेस आने से विकास का रफ्तार बढ़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण फिर से आवेदन दिया गया है. वहीं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुचिता एक्का ने कहा कि पूर्व में हमलोगों के द्वारा कार्य किया गया था, लेकिन बीच में कुछ समस्याओं के कारण कार्य करने में परेशानी हो रही थी और इसी बीच अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, लेकिन फिर से मेरे नेतृत्व में कार्य किया जाएगा.