छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवादी प्रभावित इलाकों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) की ओर से ‘मेरी माटी, मेरा देश' अभियान के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस सिलसिले में गत कुछ दिनों से राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, नारायणपुर और कोंडागांव में आईटीबीपी ने कई जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है. 9 से 30 अगस्त तक चलने वाले मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रमों के अंतर्गत ग्राम पंचायतों, स्थानीय विद्यालयों और गांवों में मिट्टी हाथ में लेकर देश के लिए अपने कर्तव्यों और पंच प्रण की शपथ लेना, राष्ट्रीय ध्वज के साथ राष्ट्रगान, जन जागरूकता रैलियां, विशेष वृक्षारोपण अभियान आदि शामिल हैं.
आईटीबीपी की वाहिनियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों और देश की सुरक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीरों के परिवारों को सम्मानित किया जा रहा है.
कार्यक्रमों में शहीदों और वसुधा वंदन, राष्ट्र ध्वज का नमन, रैली और अन्य कई प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं. इसमें छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों, स्थानीय स्कूल के बच्चों की सक्रियता देखी जा रही है. वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इन क्षेत्रों में सैकड़ों स्थानों पर तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है, जिनमें आईटीबीपी के जवान ग्रामीणों के साथ राष्ट्र ध्वज लेकर प्रभात फेरियां और आजादी का अमृत महोत्सव रैलियां आयोजित कर रहे हैं.
राष्ट्रव्यापी स्तर पर आयोजित हो रहे इन कार्यक्रमों का समापन अगस्त के अंत में नई दिल्ली में कर्त्तव्य पथ पर प्रस्तावित है. इसके लिए ग्राम पंचायतों से मिट्टी एकत्रित कर नई दिल्ली भेजी जाएगी. साथ ही देश भर से चुनिंदा ग्राम पंचायतों के कुछ प्रतिनिधियों को भी दिल्ली के केंद्रीय कार्यक्रम में शिरकत के लिए बुलाए जाने की योजना है.
इसके साथ ही, हर घर तिरंगा अभियान 13 से 15 अगस्त तक आयोजित किया जा रहा है, इसमें छत्तीसगढ़ के दूरस्थ ग्रामीणों के घरों पर तिरंगा लगाने का अभियान जारी है. इसमें ग्रामीण स्वयं अपने मकानों पर तिरंगा लगा रहे हैं और इसके लिए आईटीबीपी के जवान लगातार अभियान भी आयोजित कर रहे हैं. इसके लिए कई प्रकार की प्रतियोगिताएं, राष्ट्र ध्वज से सम्बंधित कक्षा सत्रों, शहीद स्मारकों पर स्मरण कार्यक्रमों समेत कई आयोजन लगातार किये जा रहे हैं.