Election Results: मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 164 सीटों पर बढ़त हासिल कर भाजपा एक बार फिर सत्ता के शिखर पर पहुंचती दिख रही है. भाजपा (BJP) की इस जीत में 66 सीट वाले मालवा और निमाड़ क्षेत्र की बड़ी भूमिका है. यूं तो सत्ता के लिए मध्य प्रदेश में हर संभाग महत्वपूर्ण है, लेकिन मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ में जब-जब जिस पार्टी ने भी बड़ी जीत हासिल की है, वह सत्ता पर काबिज हुई है. इस चुनाव में भी भाजपा को मालवा और निमाड़ में 66 में से 42 सीटों पर बढ़त मिलने के साथ ही वह सत्ता के करीब पहुंचती दिख रही है.
मालवा और निमाड़ में भाजपा को मिली जीत का श्रेय किसी के सिर बंधता है, तो वह है भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें मालवा और निमाड़ की जिम्मेदारी सौंप थी और अमित शाह खुद दो बार इस संभाग के दौरे पर पहुंचे थे. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी को मिली जिम्मेदारी को 2018 चुनाव में वह भले ही नहीं निभा पाए, लेकिन 2023 के चुनाव में भाजपा के सिर जो जीत का सेहरा बांध रहा है, उसका श्रेय कैलाश विजयवर्गी को जाता है. विजयवर्गीय खुद अपनी सीट से 25000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं.
अपने इलाके में मात्र रात में करते थे चुनाव प्रचार
दरअसल, मालवा निमाड़ की तमाम सीटों पर जाकर उन्होंने खुद चुनाव प्रचार किया और पूरी जिम्मेदारी उन्होंने ही संभाली. कैलाश विजयवर्गीय इंदौर की विधानसभा क्षेत्र नंबर एक से चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने अपनी विधानसभा में सिर्फ शाम का ही वक्त दिया. सुबह से वह मालवा और निमाड़ की अलग-अलग विधानसभाओं के दौरे पर निकल जाते थे. वहां जाकर रोड शो और प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं करते थे. फिर शाम के वक्त वापस अपनी विधानसभा क्षेत्र लौटते थे और रात तक अपनी विधानसभा में मेहनत करते थे.
इन 66 सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी की हमेशा रहती है नजर
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने अपनी विधानसभा को दरकिनार कर पार्टी के हित में उन तमाम विधानसभाओं का दौरा किया, जहां से जीत दिलाने की जिम्मेदारी पार्टी ने उन्हें दी थी. ऐसा कहा भी जाता है कि सत्ता का स्वाद मालवा-निमाड़ में ही छिपा है . MP की इन 66 सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी की हमेशा नजर बनी रहती है.
ये भी पढ़ें-Chhattisgarh Election Results Live: छत्तीसगढ़ में भी आगे निकली भाजपा, शुरुआती बढ़त के बाद कांग्रेस पिछड़ी
2018 में कांग्रेस को मिली बढ़त, तो सत्ता तक पहुंची
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र की 66 सीटों में से 35 सीटें जीतीं, जबकि 2013 में यह संख्या 9 थी. दूसरी ओर बीजेपी को भारी नुकसान हुआ और 2013 में 57 सीटें जीतने वाली बीजेपी 2018 में गिरकर महज 28 सीटों पर सिमट गई. दरअ,ल, मालवा क्षेत्र में 9 जिले हैं और यहां विधानसभा की 45 सीटें हैं. वहीं, निमाड़ क्षेत्र में 6 जिले आते हैं और यहां 21 सीटें हैं. इस प्रकार कुल मिलाकर यहां 66 सीटें हैं.
ये भी पढ़ें- LIVE Madhya Pradesh Election Results 2023: रुझानों भाजपा को पूर्ण बहुमत, उम्मीदों के विपरीत है कांग्रेस के लिए रुझान