Chhattisgarh News : बिलासपुर के कॉपरेटिव बैंक में किसानों के खातों से लाखों रुपये की हेराफेरी हुई है. इस गड़बड़ी के चलते बैंक ने अपने 6 कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की है. बैंक की जांच समिति ने दोषी पाए गए कर्मचारियों पर अलग-अलग सजा तय की है. दो कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है. दरअसल, छानबीन में जूनियर क्लर्क हर्षिता पटेल और धर्मेंद्र साहू पर किसानों के खातों से पैसे निकालने का आरोप साबित हुआ. जिसके बाद इनकी वित्तीय अनियमितता के चलते बैंक ने तुरंत इन्हें बर्खास्त कर दिया.
इन कर्मियों को किया गया डिमोट
एक अन्य कर्मचारी, लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर रुचि पांडेय को उनके पद से नीचे कर दिया गया है. उन्हें डिमोट कर जूनियर स्तर पर भेजा गया. हालांकि उनके खिलाफ आरोप गंभीर थे लेकिन उन्हें नौकरी से नहीं निकाला गया.
इन की रोकी गई वेतन बढ़ोतरी
इसके अलावा, अनामिका साव, अनुपमा तिवारी, और अशोक पटेल की दो-दो वेतन बढ़ोतरी रोक दी गई है. इन कर्मियों पर कार्य में लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप है.
ये भी पढ़ें :
शादी की शॉपिंग पर गया परिवार ! वापस लौटा तो 42 तोला सोना घर से मिला गायब
बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp ने खोले राज
साड़ी का पल्लू कसकर महिला के साथ हैवानियत ! बदले के लिए शख्स ने पार की हदें
चरित्र शक में पति ने पूरे परिवार का घोंटा गला ! अब कोर्ट से मिली फांसी की सजा
मामले को लेकर बैंक की जांच समिति ने साफ कहा है कि ये कार्रवाई भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए की गई है. किसानों के साथ धोखाधड़ी को लेकर बैंक ने सख्ती से पारदर्शिता बनाए रखने का आश्वासन दिया है. समिति ने आगे भी सुधारात्मक कदम उठाने और कर्मचारियों को वित्तीय अनुशासन का पालन करने की चेतावनी दी है. इस कदम से बैंक कर्मचारियों में खलबली मच गई है.