Fake Products in Markets: छत्तीसगढ़ के कोरिया और एमसीबी जिले (Korea and MCB District) में सॉफ्ट ड्रिंक्स (Soft Drinks) की जमकर काला बाजारी हो रही है. बाजार में स्टॉक की शॉर्टेज से कोका कोला (Coca-Cola) कंपनी के प्रोडक्ट्स (Cold Drinks) के दाम अचानक बढ़ गए हैं. एजेंसी संचालक बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में बिलासपुर सिरगिट्टी में कंपनी का प्लांट (Coca-Cola Plant) तकनीकी कारणों से बंद है, जिससे संभाग भर में कोका कोला की शार्टेज शुरू हो गई है. कंपनी महाराष्ट्र के नागपुर से प्रोडक्ट मंगा रही है, जिससे कई दुकानों में कोका काेला नहीं मिल रही है.
कब से है ये दिक्कत?
कोरिया और एमसीबी जिले में यह हालात पिछले 6 दिन से बने हुए हैं. काला बाजारी से कोका कोला कोल्ड ड्रिंक के दाम में एकाएक बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे ज्यादातर दुकान संचालकों ने स्टॉक मंगाना ही बंद कर दिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि दुकान संचालक महंगे दाम पर प्रोडक्ट ले भी लेते हैं. तो ग्राहक एमआरपी से ज्यादा दाम पर कोल्ड ड्रिंक नहीं खरीदेंगे, वहीं ग्राहक और दुकानदार में विवाद भी खड़ा हो सकता है.
अधिकारियों का क्या हाल है?
कोल्ड ड्रिंक की काला बाजारी को रोकने के लिए जिम्मेदार खाद्य एवं स्वास्थ्य सुरक्षा विभाग (Food And Health Department) मामले से बेखबर है. अफसरों का कहना है कि बाजार में दाम बढ़ाकर बेचने के मामले में वे कुछ नहीं कर सकते. यदि नकली प्रोडक्ट (Fake Product) आ रहा है तो सैंपल लेकर आगे जांच कार्रवाई करेंगे.
500 रुपए वाली पेटी दुकान संचालकों को 600 में
दुकान संचालकों का कहना है कि 20 रुपए प्रिंट वाली कोका कोला कोल्ड ड्रिंक एजेंसी से करीब 20 रुपए में ही मिल रही है. मुनाफा कम होने के कारण दुकानदार को मजबूरन इसे महंगे दाम पर बेचना पड़ेगा, लेकिन ग्राहक एमआरपी (MRP) से अधिक रुपए नहीं देंगे. इसे लेकर कई दुकान संचालकों ने कोल्ड ड्रिंक मंगाना ही बंद कर दिया है. कुछ दुकान संचालकों ने यह भी कहा कि 30 की पेटी वाली कोल्ड ड्रिंक पहले 500 रुपए में मिलती थी, अब एजेंसी से यह 600 रुपए तक बेची जा रही है.
बिलासपुर सिरगिट्टी में है कंपनी का प्लांट
छत्तीसगढ़ में कोका कोला कंपनी का सबसे बड़ा प्लांट बिलासपुर सिरगिट्टी में है. प्लांट पिछले कुछ दिनों से तकनीकी कारणों से बंद बताया जा रहा है. यहां से कोका कोला का उत्पादन बंद होने के कारण कंपनी महाराष्ट्र नागपुर से स्टॉक मंगवा रही है. एजेंसी संचालक बता रहे हैं कि कंपनी से 100 की जगह 30 पेटी स्टॉक ही मिल रहा है, जिससे बाजार में इसका असर पड़ा है.
दुकान संचालक मुनाफे को लेकर परेशान
इस मामले में शहर के थोक विक्रेताओं का कहना है कि कंपनी का प्लांट बंद होेने से ग्राहकों पर इसका खास फर्क नहीं पड़ा है लेकिन थोक विक्रेताओं के मुनाफे पर इसका बड़ा असर है. ग्राहक तो एमआरपी से ज्यादा रुपए पर ठंडा खरीदने को तैयार भी नहीं होंगे. एजेंसी से मिल रही कीमतों में अधिक अंतर नहीं है.
दाम बढ़ाकर बेच रहे तो हम कुछ नहीं कर सकते
इस बारे में खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद गुप्ता ने कहा कि बाजार में कोल्ड ड्रिंक के दाम बढ़ाकर बेचे जा रहे हैं तो हम मामले में कुछ भी नहीं कर सकते हैं. इसके लिए अन्य विभाग हैं. वहीं यदि नकली प्रोडक्ट बेचने की जानकारी है तो सैंपल लेकर जांच कार्रवाई करेंगे. कोका कोला बैकुंठपुर के एजेंसी संचालक इमरान ने कहा कि कोका कोला बिलासपुर प्लांट बंद है, स्टॉक बाहर से आ रहा है, जिस कारण क्राइसिस बनी हुई है.
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