छत्तीसगढ़ के कवर्धा में करोड़ों की लागत से दो बड़े डैम का निर्माण किया जाएगा. इस बीच रविवार को डिप्टी सीएम विजय शर्मा जिले के दौरे पर रहे. दो बड़ी सिंचाई परियोजनाओं की सौगात मिलने से जिले वासियों में खुशी की लहर है. परियोजना के माध्यम से दो बड़े जलाशय (डैम) बनाए जा रहे हैं. बदौड़ा खुर्द और जगमड़वा काम चल रहा है, जिसका निर्माण कार्य और तेजी किया जा रहा है .क्षेत्र के लोगों की यह बहुप्रतिक्षित मांग थी, जिससे अब लगभग 25 गांवों के हजारों किसानों व लोगों को इसका लाभ मिलेगा. इन दोनों परियोजनाओं का उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने निरीक्षण किया. गुणवत्तापूर्वक समय पर कार्य करने विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए.
बड़ौदा खुर्द बांध का कुल क्षेत्रफल 96.72 हेक्टेयर है
बड़ौदा खुर्द जलाशय की प्रशासकीय स्वीकृति 89.70 करोड़ है. मुख्य नहर से लगभग 1980 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आय बढ़ेगी. बांध की कुल लंबाई 720 मीटर और ऊंचाई 25 मीटर है. जलभराव क्षमता 8.4 मिलियन क्यूबिक मीटर है. बांध का कुल क्षेत्रफल 96.72 हेक्टेयर है. इस जलाशय के से 8 गांवों के सैकड़ों किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी.
किसान साल में एक से अधिक फसलें ले सकेंगे
बांध निर्माण से जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र का भूजल स्तर बेहतर होगा. यह पेयजल संकट को दूर करने में भी मददगार साबित होगा. सिंचाई सुविधा के विस्तार से क्षेत्र में दोहरी फसल प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसान साल में एक से अधिक फसलें ले सकेंगे. बांध निर्माण के लिए आवश्यक 31.39 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है. 13 किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है, जिसका मुआवजा निर्धारित कर दिया गया.
मुख्य नहर से लगभग 1820 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी
कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा क्षेत्र में किसानों की बहुप्रतीक्षित उम्मीदों को अब आकार मिलता दिखाई दे रहा है. जगमड़वा जलाशय योजना का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है. जगमड़वा जलाशय की प्रशासकीय स्वीकृति 69.76 करोड़ है. मुख्य नहर से लगभग 1820 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आय बढ़ेगी. बांध की कुल लंबाई 1070 मीटर और ऊंचाई 23.56 मीटर है. जल संग्रहण क्षेत्र 72.37 हेक्टेयर है.
जगमड़वा जलाशय योजना के मुख्य नहर से 14 गांवों के हजारों किसानों को सीधा लाभ होगा. योजना के दाएं तट नहर जिसकी लंबाई 18.57 किलोमीटर और बायीं तट नहर की लंबाई 1.95 किलोमीटर कुल मुख्य नहर की लंबाई 20.52 किलोमीटर प्रस्तावित है.
क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलेगी
यह परियोजना न केवल कृषि विकास बल्कि रोजगार, भू-जल स्तर सुधार, और ग्रामीण जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का जरिया बनेगी. जगमड़वा जलाशय के निर्माण से ग्राम डुमरिया, बेलहरी, जगमड़वा, बानो, बासीन झोरी, लखनपुर, सिल्हाटी, लोहारा, राम्हेपुर, तिलईभाट, दलसाटोला, धनगांव, नवघटा, सबराटोला के हजारों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. इस योजना से न केवल खेती-किसानी का स्तर ऊंचा होगा, बल्कि रोजगार और क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलेगी.
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मछली पालन को मिलेगा बढ़ावा
बड़ौदा खुर्द और जगमड़वा जलाशय का जलभराव क्षेत्र काफी बड़ा है इसके बनने के बाद यहां बड़ी मात्रा में मछली पालन होगा जिससे मछुआ समिति और स्थानीय लोगों को आर्थिक रोजगार व लाभ मिलेगा. जल संसाधन विभाग के अधिकारी बताते है, प्रत्येक जलाशय में हर साल लगभग 20 लाख रुपये का मछली पालन का व्यवसाय होगा जो आय का बड़ा साधन बनेगा.
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