
Operation Sindoor Latest Action: भारत ने चेनाब नदी (Chenab River) पर बने एक और बांध के गेट्स खोल दिए हैं. सलाल डैम (Salal Dam) के अधिकतर गेट्स खोल दिए गए हैं. इससे पहले गुरुवार को भारत ने जम्मू-कश्मीर में बगलिहार बांध (Baglial Dam) के अधिकतर Sluice Gates भी खोल दिए थे. इसकी वजह से पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया था. Indus Water Treaty को ससपेंड करने के बाद पिछले एक हफ्ते में भारत द्वारा उठाया गया यह दूसरा सबसे सख्त कदम है. इसके जरिये भारत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है कि आने वाले हफ्तों में भारत अपने हित के मुताबिक सख्ती से चेनाब नदी के जल स्तर को रेगुलेट करने वाला है.
#WATCH | Jammu and Kashmir | One gate at the Baglihar Hydroelectric Power Project Dam, built on the Chenab River in Ramban, has been opened.
— ANI (@ANI) May 11, 2025
(Visuals from the spot shot around 9:25 am) pic.twitter.com/0mDGasFa19
कमर के नीचे पहुंच गया था जलस्तर
इन दोनों बांधों में पिछले शुक्रवार और शनिवार को गाद निकालने की प्रक्रिया की वजह से पानी का स्तर काफी घट गया था और इनके Sluice गेट्स को बंद कर दिया था. भारत की इस कार्यवाई की वजह से पाकिस्तान की ओर बहने वाली चेनाब नदी में जम्मू के अख़नूर इलाके में पानी का स्तर कमर से भी नीचे चला गया था. चेनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह एक पहला सांकेतिक कदम था जिसके ज़रिये पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया कि आने वाले हफ्तों में भारत और अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाने वाला है.
इंडस वॉटर ट्रीटी में तैयार हुआ था बगलिहार डैम प्रोजेक्ट
बगलिहार डैम प्रोजेक्ट एक पनबिजली परियोजना है. इंडस वॉटर ट्रीटी के तहत इसे तैयार किया गया था. यह रन ऑफ़ द रिवर स्कीम है. डैम में पानी स्टोरेज की ज्यादा क्षमता नहीं है. केंद्रीय जल आयोग के पूर्व चेयरमैन रहे ऐके बजाज के मुताबिक इस डैम में सिर्फ तीन से 6 दिन तक ही पानी को रोकना संभव है. Indus Water Treaty को ससपेंड करने के बाद भारत सरकार ने तय किया है कि पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों के पानी का बहाव भारत अपने हित के हिसाब से तय करेगा.
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कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा था कि , "साल 1960 में जो सिंधु जल संधि हुई थी, वो एक ऐतिहासिक गलती थी. देश और किसानों का दुर्भाग्य रहा कि हमारे देश से बहने वाली नदियों का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दे दिया गया...सिंधु नदी के पानी पर हमारे किसानों का हक है, एक-एक बूंद का उपयोग खेती,बिजली और विकास में करेंगे, इससे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल-प्रदेश के किसानों के लिए सिंचाई के लिए अधिक पानी मिल सकेगा".
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