कांग्रेस नेत्री प्रीति ने नक्सल कमांडर हिड़मा को बताया ‘कामरेड’, पोस्ट में लाल सलाम भी लिखा, विवादों में घिरीं

युवा कांग्रेस नेता प्रीति मांझी एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर विवादों में घिर गई हैं, उन्होंने माओवादी कमांडर माड़वी हिड़मा के नाम के साथ ‘कामरेड’ और ‘लाल सलाम’ लिखा था. पोस्ट सामने आते ही राजनीतिक माहौल गरमा गया. प्रीति ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी पोस्ट व्यक्तिगत थी, नक्सलवाद का वे स्पष्ट रूप से विरोध करती हैं.

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गौरेला–पेंड्रा–मरवाही में युवा कांग्रेस नेत्री और राष्ट्रीय सहसचिव प्रीति मांझी एक पोस्ट को लेकर विवादों में घिर गई हैं. एआई जनरेटेड पोस्ट में उन्होंने कुख्यात माओवादी कमांडर माड़वी हिड़मा को ‘कामरेड' बताया, साथ ही ‘लाल सलाम' भी लिखा था. पोस्ट सामने आते ही मामला राजनीतिक रूप से गरमा गया.  .

दरअसल, माड़वी हिड़मा को देश के सबसे खतरनाक नक्सल कमांडरों में से एक माना जाता था. वह झीरम घाटी हमले का मास्टरमाइंड बताया जाता है. इस हमले में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शहीद हुए थे. हिड़मा पर उस पर 340 से अधिक हत्याओं के आरोप थे. 18 नवंबर को सुकमा-बीजापुर-आंध्र बॉर्डर के जंगलों में हुई संयुक्त मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिड़मा, उसकी पत्नी राजे और पांच अन्य नक्सलियों को ढेर कर दिया था. ऐसे में कांग्रेस नेत्री प्रीति मांझी की पोस्ट ने सियासत गरमा दी है. 

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प्रीति मांझी की सफाई, कहा पोस्ट पूरी तरह निजी

हालांकि, विवाद बढ़ने पर प्रीति मांझी ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि उनकी पोस्ट व्यक्तिगत थी. उन्होंने कहा कि ‘लाल सलाम' शब्द उन्होंने छत्तीसगढ़ की जल, जंगल, जमीन की पारंपरिक विचारधारा के संदर्भ में लिखा था, न कि किसी उग्रवादी समूह को समर्थन देने के इरादे से. उन्होंने कहा कि वे नक्सलवाद की विचारधारा का विरोध करती हैं, नक्सलियों का समर्थन जैसी मेरी कोई मंशा नहीं थी.

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शहीद कांग्रेस नेताओं के प्रति सम्मान 

प्रीति मांझी ने कहा कि झीरम घाटी हमले में शहीद हुए कांग्रेस नेताओं के प्रति उनका गहरा सम्मान है और यह घटना छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे दर्दनाक अध्याय रही है. हिड़मा एनकाउंटर को लेकर उन्होंने कहा कि हिड़मा की मां द्वारा लगाए गए आरोपों, जिसमें छह लोगों को हिरासत में लेकर फर्जी मुठभेड़ किए जाने की बात कही गई, की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. अगर, आरोपों में सच्चाई है तो जांच में सामने आएंगे. 

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