बालोद में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन जन्मे बच्चों की 'चांदी', समिति ने दिया खास तोहफा

समिति के सदस्यों ने सोमवार को जन्मे बच्चों के परिवार वालों से यह आग्रह किया गया कि पुत्र का नाम भगवान राम और पुत्री का नाम माता सीता के नामों के आधार पर रखें. बालोद में इस समिति के सदस्यों की इस पहल से नवजात शिशुओं के परिजनों के चेहरे की खुशी भी दोगुनी हो गई.

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बालोद में 22 जनवरी को जन्मे बच्चों के परिजनों को समिति ने दिया चांदी का सिक्का

Balod News: अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) को लेकर दुनियाभर के रामभक्त उत्साह में हैं. सभी अपनी खुशी और हर्ष प्रकट करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बालोद (Balod) जिले में इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए एक अनूठी पहल देखने को मिली. जिले की प्रभात फेरी संस्था समिति के राम भक्तों ने शहर में सोमवार को किसी भी परिवार में जन्मे पुत्र या पुत्री के परिजनों को विशेष प्रतीक चिन्ह के रूप में चांदी का सिक्का और उपहार सामग्री भेंट की.

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भगवान के नामों पर नाम रखने का आग्रह

इतना ही नहीं समिति के सदस्यों ने सोमवार को जन्मे बच्चों के परिवार वालों से यह आग्रह किया गया कि पुत्र का नाम भगवान राम और पुत्री का नाम माता सीता के नामों के आधार पर रखें. बालोद में इस समिति के सदस्यों की इस पहल से नवजात शिशुओं के परिजनों के चेहरे की खुशी भी दोगुनी हो गई. बच्चों के परिजन 22 जनवरी को संतान प्राप्ति से पहले से ही उल्लास में हैं. 

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'आज जन्मे बच्चे हैं बेहद भाग्यशाली'

इस पूरे मामले में समिति के सदस्यों ने बताया कि इस पहल के पीछे उनका उद्देश्य सिर्फ इतना है कि आज जन्म लेने वाले बच्चे बेहद भाग्यशाली हैं और वे इस देश की आने वाली पीढ़ी हैं. भगवान राम और माता सीता के नामों पर नाम रखने मात्र से इन बच्चों के मन में भी सनातन धर्म के प्रति एक भाव सदैव जागृत रहेगा. इसलिए समिति की ओर से यह पहल की गई है.