
छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति के सकारात्मक परिणाम अब धरातल पर दिखाई देने लगे हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की नवनिर्मित उत्पादन इकाई का भव्य शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने संयंत्र का निरीक्षण कर दवा निर्माण की आधुनिक तकनीकों का अवलोकन भी किया.
कोविड संकट से प्रेरित संकल्प अब हुआ साकार
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि कोविड-19 के दौर में दवाइयों की किल्लत ने देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. तब इस इकाई की कल्पना की गई थी, जो आज वास्तविकता बनकर प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं को विस्तार दे रही है. उन्होंने कहा कि भारत ने स्वदेशी वैक्सीन बनाकर वैश्विक स्तर पर जो उदाहरण प्रस्तुत किया, उसी राह पर छत्तीसगढ़ भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है.
निवेश के लिए आकर्षक बना छत्तीसगढ़, मिल रहे हैं बड़े प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई औद्योगिक नीति के लागू होने के बाद से राज्य में निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 7–8 महीनों में राज्य को ₹6 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कई परियोजनाएं प्रारंभिक चरण में हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ा रही है और ऐसी इकाइयों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है.
रजत जयंती वर्ष में विकास का संकल्प
मुख्यमंत्री साय ने प्रदेश के रजत जयंती वर्ष का उल्लेख करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के योगदान को स्मरण किया. उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने राज्य में भूख, गरीबी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत सुधार किए, जिसकी वजह से आज छत्तीसगढ़ प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है. उन्होंने बताया कि राज्य गठन के समय जहाँ मात्र एक मेडिकल कॉलेज था, आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं. आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत नागरिकों को निशुल्क इलाज मिल रहा है.
विकसित छत्तीसगढ़ 2047 का विजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ‘विकसित छत्तीसगढ़ 2047' के लक्ष्य के साथ एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की GSDP ₹5 लाख करोड़ है, जिसे 2030 तक ₹10 लाख करोड़ और 2047 तक ₹75 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि यह सपना केवल सरकार का नहीं, हर छत्तीसगढ़वासी के सहयोग से ही साकार होगा.
अत्याधुनिक इकाई से जुड़े स्थानीय युवाओं के सपने
मुख्यमंत्री साय ने एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की उन्नत ऑटोमेटेड उत्पादन प्रणाली की सराहना की. उन्होंने कहा कि इस इकाई में टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसे उत्पाद तैयार किए जाएंगे और इससे स्थानीय युवाओं को व्यापक रोजगार के अवसर मिलेंगे.
डॉ. रमन सिंह ने बताया फार्मा सेक्टर की प्रेरणादायक शुरुआत
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भारत ने फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाई है और कोविड काल ने इसकी अहमियत और बढ़ा दी. उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप जैसे देशों ने भी उस संकट काल में भारत की फार्मा क्षमताओं पर भरोसा जताया. डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में यह फार्मा इकाई नई औद्योगिक क्रांति की शुरुआत है और नवा रायपुर इस विकास यात्रा का केंद्र बनने जा रहा है.
नवा रायपुर : औद्योगिक निवेश का केंद्र
डॉ. रमन सिंह ने नवा रायपुर को औद्योगिक निवेश और लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से उपयुक्त क्षेत्र बताया. उन्होंने कहा कि यहां सभी प्रमुख मार्गों से बेहतरीन जुड़ाव है, जो उद्योगों के संचालन को सहज बनाता है.
कार्यक्रम में हुई विशिष्ट सहभागिता
इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, विधायकगण गुरु खुशवंत साहेब, मोतीलाल साहू, ललित चंद्राकर, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा, सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स से कोमल चंद चोपड़ा, अनिल देशलहरा और उज्ज्वल दीपक उपस्थित रहे.
एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की यह इकाई न केवल प्रदेश के औद्योगिक भविष्य का प्रतीक है, बल्कि यह बताती है कि छत्तीसगढ़ सरकार विकास, रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में गंभीर और सक्रिय प्रयास कर रही है. विकसित छत्तीसगढ़ 2047 की यह यात्रा अब जमीन पर उतरने लगी है – एक इकाई, अनेक संभावनाएं!