NDTV का असर - 'पोषण राशि चोरी' की जांच शुरू, कलेक्टर ने दिए कड़ी कार्रवाई के संकेत

Chhattisgarh News: बीजापुर जिले में पंचम वित्तीय पोषण राशि वितरण में गड़बड़ी की जांच शुरू हो गई है. कलेक्टर राजेंद्र कटारा के आदेश पर डिप्टी कलेक्टर उत्तम सिंह पंचारी की अध्यक्षता में महाप्रबंधक उद्योग एवं व्यापार केंद्र बीजापुर अजीत सुंदर, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम जीएस कश्यप ने जांच शुरू कर दी है.

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फूड इंस्पेक्टर मनोज सारथी

Bijapur News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर ( Bijapur) जिले में संचालित 180 राशन दुकानों के बैंक खातों में पंचम वित्तीय पोषण राशि (financial support amount) वितरण में गड़बड़ी के शिकायत की जांच होगी. NDTV की खबर के बाद कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने जांच के आदेश दे दिए हैं. इसके लिए टीम भी गठित कर दी गई है. आपको बता दें कि वित्तीय पोषण राशि में सेंधमारी को लेकर NDTV ने प्रमुखता से चलाई थी. इसके बाद जिले में हड़कंप मचा और इसकी जांच के निर्देश दिए गए.  

खाद्य अधिकारी को किया तलब किया है

कलेक्टर राजेंद्र कटारा के आदेश पर डिप्टी कलेक्टर उत्तम सिंह पंचारी की अध्यक्षता में महाप्रबंधक उद्योग एवं व्यापार केंद्र बीजापुर अजीत सुंदर, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम जीएस कश्यप ने जांच शुरू कर दी है. तीन सदस्यीय जांच दल ने शुरूआती जांच में वित्तीय पोषण प्रदाय संबंधी दस्तावेजों का अवलोकन करने के साथ अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने जिला खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे को तलब किया है. कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने कहा कि शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं. दल को जांच जल्द पूरी कर प्रतिवेदन सौंपने को कहा गया है.

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चोरी पर पर्दा डालने सेल्समेन पर बनाया दबाव

इसी मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें जांच आदेश से सप्ताह भर पहले भोपालपट्नम में पदस्थ खाद्य निरीक्षक (Food Inspector) मनोज सारथी भोपालपट्नम ब्लाक मुख्यालय में आयोजित संकल्प भारत कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद बामनपुर के सेल्समेन तुलसीराम गोटे को फोन पर कह रहे हैं कि वहां कोई पत्रकार पहुंचा तो कुछ पूछता है तो कह देना कि पैसे मिल गए हैं. वीडियों में सारथी, सेल्समेन पर पैसे मिलने की गलत जानकारी देने का दबाव बनाते साफ सुनाई पड़ रहे हैं. 

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सस्पेंड किया गया था

फूड इंस्पेक्टर सारथी का कहना था कि संचालक एजेंसी के खाते में पैसे डालना होता है. जो सस्पेंड है, उनके खाते में पैसे डालने से समस्या होती. इसके अलावा समूह में रकम निकासी की लिमिटेशन होती है. इसलिए कुछ समूह पैसे नहीं निकाल पाए. बरदेली सस्पेंडेड था, बाड़ेगुड़ा सस्पेंडेड था. कुछ और दुकानें संस्पेंडेड थी. चूंकि इनके द्वारा डीडी नहीं पटाया गया था, इसलिए इन्हें सस्पेंड किया गया था.

सफाई में फ़ूड इंस्पेक्टर ने ये कहा

सेल्समेन के फोन पे और NEFT के जरिए पैसे लेने के आरोप पर खाद्य निरीक्षक ने कहा कि एक शासकीय सेवक होने के नाते सरकारी पैसे मुझे अपने खाते में लेने का अधिकार नहीं है. लेकिन व्यवहार में कुछ हद तक संभव है. लेकिन राशि उसके व्यक्तिगत खाते से DD बनाने के लिए आई है. एक खाते में एक से अधिक खातों की रकम दुकानदारों की सहमति से जमा करवाए गए थे. रही बात सेल्समेन पर दबाव बनाने की तो उसे पता है कि पैसे मिलने वाले हैं, इसलिए मैंने उससे फोन पर कहा कि कोई भी पूछे तो पैसे मिल गए कह देना. 

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