Chhattisgarh Assembly Election Result: बीजापुर में पूर्व मंत्री महेश और विधायक विक्रम के बीच छिड़ी जुबानी जंग, जानिए क्या है मामला

Bijapur Assembly Seat:बीजापुर में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर पर कांग्रेसी एजेंट होने के गंभीर आरोप लगाए हैं. सोशल मीडिया पर अफसरों को भी नसीहतें देते हुए लिखा है कि वे कमीशनखोरी का हिस्सा न बनें. पिछले 5 सालों में जिले में कामों की जांच होगी.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins

Chhattisgarh Assembly Election: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव भले ही सम्पन्न हो गया है, लेकिन हारे-जीते नेताओं के बीच आरोप- प्रत्यारोपों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजापुर (Bijapur) विधानसभा सीट से BJP के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा (Mahesh Gagada)और कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है. पूर्व मंत्री भाजपा के महेश गागड़ा जहां अफसरों को नसीहतें दे रहे हैं वहीं विधायक विक्रम भी अफसरों को डराने का आरोप महेश पर लगा रहे हैं. दरअसल साल 2018 और इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विक्रम मंडावी भाजपा के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा को शिकस्त दे चुके हैं.  

यह है पूरा मामला

पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने इसके पहले बीजापुर कलेक्टर पर आरोप लगाया था कि वे कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में एजेंट की भूमिका में काम कर रहे हैं.  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गागड़ा ने कलेक्टर को कांग्रेसी कलेक्टर बताते हुए एक फोटो पोस्ट की है और अधीनस्थ अफसर कर्मियों को कलेक्टर के कमीशनखोरी में हिस्सा न बनने की नसीहत दी है. गागड़ा ने लिखा कि-बीजापुर कलेक्टर अपने चहेते सप्लायर और ठेकेदारों को मनमाने चेक दे रहे हैं, जबकि पहले ही चेताया गया था, कमीशन का भूत उतरा नहीं, जिसे मुख्य सचिव को अवगत कराया है और तत्काल रोकने कहा गया है.

Advertisement

 ये भी पढ़ें: CG News : कोरिया वन मंडल पर लगे कई गंभीर आरोप, BJYM जिलाध्यक्ष ने कहा भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं

अफसरों को चेताया पार्टनरशिप का न बनें हिस्सा 

भाजपा के पूर्व मंत्री महेश ने कुछ घंटों बाद सोशल मीडिया के एक अन्य प्लेटफॉर्म पर विधायक विक्रम के साथ कलेक्टर की एक पुरानी तस्वीर को साझा करते लिखा कि राजेंद्र कटारा- कांग्रेसी कलेक्टर अपने पार्टनरशिप का पुराना हिसाब-किताब विधायक के साथ कर रहे हैं. बीजापुर जिले के अधिकारी ध्यान रखें कि फाइल तो यहीं रहनी है, इनके पार्टनरशिप का हिस्सा न बनें. कांग्रेसी कलेक्टर के समय हुए सभी स्वीकृति और भुगतान की जांच करवाई जाएगी. जिम्मेदार अफसर-कर्मी कतई बख्शे नहीं जाएंगे.

Advertisement

पहले भी लगे हैं आरोप 

दरअसल यह पहली बार नहीं है जब बीजापुर के विधायक पर इस तरह के आरोप लग रहे हैं. बल्कि इससे पहले भी युवा मोर्चा के पूर्व सदस्य अजय सिंह भी कलेक्टर कटारा और विधायक के बीच डीएमएफ व अन्य सरकारी मदों, निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी का आरोप लगाते रहे हैं. चुनाव परिणाम घोषित होने के 24 घंटे के अंदर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा और एसपी आंजनेय वार्ष्णेंय पर कांग्रेस एजेंट के रूप में विधायक विक्रम के पक्ष में मतदान और मतगणना कराने के गंभीर आरोप लगाए थे. विशेषकर कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर जनादेश को कुचलने का आरोप लगाया है.

Advertisement

ये भी पढ़ें:Rajnandgaon Assembly Seat: राजनांदगांव में ढह सकता था रमन सिंह का किला, माखन यादव से महज 1039 वोट से जीते

जवाब में विक्रम ने लिखा- 

गागड़ा की पोस्ट वायरल होने के कुछ देर बाद ही विधायक विक्रम ने  गागड़ा पर सत्तासीन होते अहंकार में अफसर कर्मियों को डराने का आरोप लगाया. विधायक विक्रम ने लिखा- सत्तासीन होने के बाद भाजपा नेता वा पूर्व विधायक महेश गागड़ा अहंकार में अधिकारियों को खुलेआम डरा धमका रहे हैं.

ये भी पढ़ें: CG News: बीजेपी उम्मीदवार की हार के बाद शख्स को मुंडवाना पड़ा आधा सिर और आधी मूंछ