Gariaband: BMO ने निकाले कर्मचारियों के पैसे, 3 करोड़ के घोटाला मामले में पुलिस ने 11 लोगों को बनाया आरोपी

CG News: गरियाबंद पुलिस ने मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पूर्व बीएमओ समेत 11 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई 3 करोड़ से अधिक रुपये का गबन करने के मामले में की है.

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पुलिस ने यह कार्रवाई चार साल तक चली जांच के बाद की है.

Scam in Mainpur Community Health Center: गरियाबंद जिले (Gariaband) के मैनपुर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 करोड़ से अधिक की राशि की अनियमितता के मामले में मैनपुर पुलिस (Gariaband Police) ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तत्कालीन बीएमओ के.के.नेगी सहित कुल 11 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस ने मैनपुर के वर्तमान बीएमओ गजेंद्र ध्रुव की शिकायत पर इन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और सुनियोजित तरीके से पैसे की धांधली करने जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज (Case Registered) किया है. पुलिस ने तत्कालीन बीएमओ के.के नेगी सहित कुल 11 आरोपियों के खिलाफ 4 साल की जांच के बाद अब 3 करोड़ 13 लाख 43 हजार 931 रुपये की राशि के गबन के आरोप में आईपीसी की धारा 120 बी, 409, 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की है.

60 से अधिक कर्मियों के पैसों का किया गबन

जानकारी के मुताबिक, मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वर्ष 2016-17 से लेकर वर्ष 2019-2020 के बीच बीएमओ के.के. नेगी ने सुनियोजित तरीके से एक टीम बनाकर अपने कर्मचारियों के एरियर, इंक्रीमेंट, अतिरिक्त वेतन की बोगस फाइल बनवाकर उस राशि को निकाल लिया. के के नेगी ने इस पूरे मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपने अधीनस्थ कर्मचारियों और कोषालय के अधिकारियों को अपनी टीम में शामिल किया और लगभग 60 से अधिक लोगों के नाम की राशि को अपने खाते में डलवाया. इस पूरे मामले को लेकर 18 मई को मैनपुर के वर्तमान बीएमओ गजेंद्र ध्रुव की शिकायत पर इन सभी के खिलाफ मैनपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया.

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पुलिस ने इन्हें बनाया आरोपी

मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 3 करोड़ 13 लाख 43 हजार 971 रुपये की धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले पुलिस ने तत्कालीन बीएमओ केके नेगी समेत जिला कोषालय अधिकारी डीपी वर्मा, जो कि वर्तमान में महासमुंद कोषालय अधिकारी हैं, को भी आरोपी बनाया है. इसके साथ ही सहायक ग्रेड 2 गुरुदेव साव (वर्तमान में बेमेतरा कोषालय अधिकारी), जिला कोषालय अधिकारी केके दुबे (वर्तमान में बलौदा बाजार कोषालय अधिकारी), के विनोद ध्रुव, वाहन चालक भारत नंदे, लुकेश चतुर्वेदानी, लिपिक वीरेंद्र भंडारी, संतोष कोमरा, जीसी कुर्रे, वार्ड बॉय भोजराम दीवान को भी आरोपी बनाया गया है. मैनपुर थाना प्रभारी शिव शंकर हुर्रा ने बताया कि इन सभी के खिलाफ 4 साल चली जांच के बाद आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

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