Chhattisgarh Chunav 2023: छत्तीसगढ़ में 2023 के अंतिम में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं, जिसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा कि भाजपा जातिगत जनगणना से इसलिए भाग रही है, क्योंकि इससे उनकी नफरत की राजनीति का खात्मा हो जाएगा. इस पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Dr. Raman Singh) ने जमकर पलटवार किया. इन्होंने इसे चुनावी शिगूफा करार दिया. डॉ. सिंह ने कहा कि पांच साल सत्ता में थे तब जातिगत सर्वेक्षण क्यों नहीं किया.
पीएससी घोटाले पर कही ऐसी बात
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह रविवार को निर्धारित कार्यक्रम के हत अपने पैतृक जिले राजनांदगांव पहुंचे थे. यहां शहर के बीएमसी मिल कॉलोनी राम मंदिर में पहुंचकर उन्होंने पूजा-अर्चना की. इसके बाद सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया. इस मौके पर उन्होंने कथित पीएससी घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा जातिगत जनगणना को लेकर भी पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा.
इसलिए पीएसी मामले में पीएम को लिखा खत
प्रदेश में पीएससी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सरकार हमेशा भ्रष्टाचार करने के बाद उसको छुपाने का काम करती है. उन्होंने दावा किया कि प्रदेशभर के लाखों नवयुवक मेरे पास चिट्ठी लिखकर और फोन कर बताते हैं कि हमारे जीवन और हमारे भविष्य को खतरे में डाल दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि 50-50 लाख में पद बिके हैं. ऐसे हालात में लाखों युवक पीएससी का एग्जाम क्यों दें, जब सिर्फ पीएससी का अध्यक्ष उनके रिश्तेदार और कांग्रेस के नेताओं के बच्चे ही टॉप में आते हैं. इसका मतलब यह है कि गरीब का बच्चा मेहनत करना बंद कर दे. रमन सिंह ने कहा कि मैंने उन बच्चों की भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से सीधा आग्रह किया है कि छत्तीसगढ़ के लाखों बच्चों के मन में जो शंका है, उसे दूर करने के लिए मामले की सीबीआई से जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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जातिगत सर्वेक्षण पर बघेल को घेरा
वहीं, मुख्यमंत्री की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि भाजपा जानती है कि अगर जाति की जनगणना हुई, तो उनकी सांप्रदायिकता का कार्ड फेल हो जाएगा. भाजपा मूल रूप से ओबीसी विरोधी है. भूपेश बघेल के इन आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब चुनाव का आखिरी दिन आता है, तब मुख्यमंत्री ऐसे ही बात करते हैं.उनको ये बताना चाहिए कि 5 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्होंने क्या किया. रमन सिंह ने कहा कि अब तक जो काम बिहार और बाकी राज्यों में होता था, अब आचार संहिता लगने वाला है, तब बोल रहे हैं.
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