Action On Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case : छत्तीसगढ़ बीजापुर/ बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्याकांड का मामला पूरे देश में गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है. पत्रकार संगठनों और लोगों में गुस्सा है. आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की जा रही है. वहीं, अब इस मामले पर हत्याकांड के सरगना आरोपी सुरेश चंद्राकर पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है.आरोपी के बैंक खाते सीज किए गए. वहीं, चार खातों को होल्ड कर दिया गया है.साथ ही आईपीएस के नेतृत्व में SIT बनाई गई है.
पत्रकार सुरेश चंद्राकर की हत्याकांड पर आईजी पी सुंदरराज ने प्रेसवार्ता करते हुए बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि 1 जनवरी रात 8 बजे लगभग सुरेश के छोटे भाई रितेश चंद्रकार की फोन पर बात हुई. सुरेश चंद्राकर का मुंसी महेंद्र रामटेके पहले से घटनास्थल पर मौके पर था.
रॉड से किया गया था हमला
आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि आरोपियों ने कहा -परिवार के होने के बाद भी, खबर बनाए, इस बात पर विवाद शुरू किया. दोनों ने फिर रॉड से पहले हमला किया .कुछ ही देर में मौत हो गई. सेप्टिक टैंक में शव को डाल दिया. घटना के बाद रितेश ने बड़े भाई दिनेश चंद्रकार को फोन पर सूचना दिया, जो परिवार के साथ जगदलपुर में मौजूद था. दिनेश जगदलपुर से बीजापुर के लिए निकला.
जांच के लिए 11 सदस्य SIT टीम का गठन किया
रितेश से बोदली के पास मिलकर वापस आया. अगले दिन दो तारीख को रितेश दिल्ली चला गया. रितेश चंद्राकर को रायपुर में गिरफ्तार किया. दिनेश और रामटेके को गिरफ्तार किया गया. मामले की जांच के लिए 11 सदस्य SIT टीम का गठन किया गया. सुरेश चंद्राकर के वाहन का उपयोग करने और भी एंगल को देखते हुए सुरेश चंद्राकर को भी प्रमुख आरोपी बनाया गया है. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस तलाश कर रही है. टैंक के ऊपर स्लैब दिनेश ने करवाया. तीन से चार सप्ताह में जांच पूरी कर सभी आरोपियों को सजा दिलवाया जाएगा.
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