Anti-Naxal Operation: सुकमा में दो इनामी समेत छह नक्सली गिरफ्तार, कोंटा और भेज्जी क्षेत्रों में हुआ एक्शन

Sukma Anti-Naxal Operation: यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान के तहत की गई. सभी छह नक्सलियों को 9 जुलाई 2025 को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. सुकमा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान में यह एक बड़ी सफलता है.

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Sukma Anti-Naxal Operation: सुकमा में दो इनामी समेत छह नक्सली गिरफ्तार

Sukma Anti-Naxal Operation: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त कार्रवाई में कोंटा और भेज्जी क्षेत्रों में सक्रिय छह नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से दो नक्सलियों पर कुल तीन लाख रुपए का इनाम था. यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान के तहत की गई, जिसमें डीआरजी, जिला पुलिस और सीआरपीएफ की 218वीं और 219वीं बटालियन शामिल थी. कोंटा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार दो नक्सलियों, कुंजाम मुका (37 वर्ष) और माड़वी मुया (30 वर्ष) पर क्रमशः एक लाख और दो लाख रुपए का इनाम था. ये दोनों कोंटा एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य हैं.

लंबे समय से थे फरार

कुंजाम मुका जनताना सरकार का अध्यक्ष और माड़वी मुया मिलिशिया कमांडर है. ये दोनों 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान बंडा मतदान केंद्र पर सुरक्षाबलों पर फायरिंग और 2024 में गंगराजपाड़ में ग्रामीण ताती बुधरा की हत्या में शामिल थे. वे लंबे समय से फरार थे और पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. उनके खिलाफ कोंटा थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं.

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वहीं, भेज्जी थाना क्षेत्र से चार अन्य नक्सलियों - माड़वी सुक्का (35 वर्ष), सोड़ी चंदरू (28 वर्ष), मुचाकी लखमा (27 वर्ष) और सोड़ी देवा (24 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया. चारों कोंटा एरिया कमेटी से जुड़े थे और सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहे थे. मुखबिर की सूचना के आधार पर उन्हें इंजरम-भेज्जी मार्ग पर रेकी करते पकड़ा गया.

उनकी निशानदेही पर कोत्ताचेरू और गोरखा के बीच जंगल से तीन किलोग्राम का टिफिन बम, सात मीटर कॉर्डेक्स वायर, 15 मीटर बिजली का तार और पांच इलेक्ट्रिक डेटोनेटर बरामद किए गए. उनके खिलाफ भेज्जी थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया.

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सभी छह नक्सलियों को 9 जुलाई 2025 को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. सुकमा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान में यह एक बड़ी सफलता है. इस कार्रवाई में डीआरजी सुकमा, कोंटा और भेज्जी थाना पुलिस, सीआरपीएफ की 218वीं बटालियन की बी+जी और यंग प्लाटून के साथ 219वीं बटालियन की खुफिया शाखा का महत्वपूर्ण योगदान रहा. पुलिस ने कहा कि नक्सल गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.

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