Chhattisgarh: भीषण गर्मी के इस मौसम मौसम पेयजल की समस्या से हर कोई जूझ रहा है. लेकिन सरगुजा जिला का एक गांव ऐसा भी है जहां पेयजल समस्या के कारण वहां लड़का - लड़की की शादी नहीं हो पा रही है. ऐसे में परेशान हाल ग्रामीण आज सरगुजा कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां उन्होंने सरकार पानी दो की बात कहते हुए अपनी बात बताई. इसे सुनकर अफसर भी हैरान रह गए. अंबिकापुर के एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द उनके गांव में पेयजल के लिए हैंडपंप लगवाया जाएगा.
ये है पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला आदिवासी बाहुल्य जिला सरगुजा के लुण्ड्रा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांव बांसा का है. जहां के ग्रामीण पिछले कुछ सालों से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो उनके गांव में 40-50 परिवार रहते हैं. गर्मी के दिनों में वे लोग 1 से 2 किलोमीटर तक की दूरी तय करके वह भी नाले के पानी से काम चलाते हैं. लेकिन इस बार भीषण गर्मी पड़ने के कारण नाले का पानी भी सूखने के कगार पर आ गया है. ऐसे में पेयजल के लिए काफी समस्या हो रही है. इन समस्याओं को लेकर सरपंच से लेकर अधिकारियों तक से मिले फिर भी आज तक उनके गांव में एक हैंडपंप नहीं लग सका है.
बच्चों की शादी नहीं हो पा रही है
60 साल की सोमारी बाई का कहना है कि उनके गांव में पेयजल की समस्या इतनी ज्यादा है कि प्रतिदिन 3-4 किलोमीटर दूर स्थित डेम से पानी गांव लाना पड़ता है. डेम दूर होने के कारण अधिकांश लोग नाले के पानी से ही काम चलाते हैं. उन्होंने बताया कि उनके घर में दो लड़कियों की शादी होना है. लेकिन पानी की समस्या के कारण शादी नहीं हो पा रही है. उनका कहना है कि शादी कैसे करें मेहमान आएंगे तो उन्हें पानी कहां से देंगे? यही सोचकर उनके साथ- साथ अन्य ग्रामीण भी अपने बेटा- बेटियों का शादी नहीं कर पा रहे हैं.
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दुधमुंहें बच्चों को लेकर पहुंची महिलाएं
पेयजल की समस्या का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस भीषण गर्मी के मौसम में ये ग्रामीण महिलाएं लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने दुधमुँहें बच्चों को लेकर कलेक्टोरेट पहुंची। ये महिलाएं पेड़ की छांव के नीचे बैठी थी तभी NDTV की टीम की नजर इन ग्रामीण महिलाओं पर पड़ी, तो उनकी समस्याओं को ना सिर्फ जाना बल्कि एसडीएम अम्बिकापुर से उनको मिलवाया भी हालांकि एसडीएम ने उनके आवेदन पत्र पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दे दिए हैं. ऐसे में अब देखना है कि उनके गांव में पेयजल की समस्या अब तक दूर होती है.
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