छत्तीसगढ़ में लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू, बिलासपुर में ऐसे 70 कर्मचारियों को भेजा गया नोटिस!

Action Against Government Employees in Bilaspur: बिलासपुर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 70 अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षकों को नोटिस थमा दिया है. जिन अधिकारियों को तगड़ा झटका लगा है उनमें बीईओ, डॉक्टर और शिक्षक भी शामिल हैं.

Advertisement
Read Time: 5 mins

Action Against Government Employees in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 70 अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षकों पर गाज गिरी है. यहां बिलासपुर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 70 अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षकों को नोटिस थमा दिया है. जिला प्रशासन ने ये नोटिस गुरुवार, 29 अगस्त को थमाया है. 

1 दिन का वेतन काटने का दिया गया निर्देश

दरअसल, जिला प्रशासन ने ऐसे 70 अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षकों को नोटिस थमाया है जो ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं और अक्सर कार्यालय से अनुपस्थित रहते हैं. वहीं इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने 1 दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है.

निर्देश के मुताबिक, कुल 30 कर्मचारियों के 1 दिन का वेतन काटा जाएगा, जिनमें 19 शिक्षक और 11 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.

30 कर्मचारियों का काटा जाएगा वेतन

दरअसल, बिलासपुर जिला प्रशासन ने 15 स्कूल और 33 अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें बिलासपुर शहर, मस्तूरी, तखतपुर क्षेत्र अस्पतालों शामिल हैं. निरीक्षण के दौरान  शिक्षक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नदारत पाए गए. जिसके बाद जिला अधिकारी ने इन कर्मचारी और शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. नोटिस के मुताबिक, ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले 19 शिक्षकों और 11 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा. 

एसडीएम और उनकी टीम ने 15 स्कूलों का निरीक्षण किया. स्कूल से नदारद रहने वाले 19 शिक्षकों के वेतन में कटौती की गई है और 5 को कारण बताओ सूचना जारी किया गया है, जबकि एक के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग को भेजा गया है.

54 अधिकारी-कर्मचारियों को जारी किया गया नोटिस

इसके अलावा राजस्व टीम द्वारा 33 अस्पतालों का निरीक्षण किया गया. इस दौरान अुनपस्थित पाए जाने वाले 54 अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया, जबकि 11 कर्मचारियों के एक दिन के वेतन में कटौती का आदेश जारी किया गया है.

Advertisement

बिल्हा विकासखंड के 12 अस्पतालों में अनुपस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कडार के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, उप स्वास्थ्य केन्द्र पोड़ी के आरएचओ दिनेश साहू, साजिदा खानम, सिलपहरी के  दिलीप कौशिक, सरिता श्रीरंगे, चन्द्रप्रभा साहू, उपस्वास्थ्य केन्द्र करमा की सीएचओ दुर्गा सक्सेना, ढेका अस्पताल की साधना चन्द्रा, संध्या साहू, पौंसरा अस्पताल की सीएचओ प्रीति साहू,  शाश्वत पवार, बसहा अस्पताल की सीएचओ त्रिवेणी धीवर, सेन्दरी के पीसी साहू, सुमन रानी मिश्रा, सिद्धी थवाईत और सेमरताल की सीएचओ पूनम कश्यप और आरएचओ सावित्री ध्रुव आदि कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है.

इन अधिकारी और कर्मचारियों को भी थमाया गया नोटिस

इसी प्रकार मस्तूरी के अस्पतालों से नदारद रहने वाले रिसदा के आरएचओ  राजेश श्रीवास्तव, केड़िया अस्पताल के विजय कुमार गुप्ता, कोकड़ी के आरएचओ संदीप केशरवानी, पीएचसी लोहर्सी के चिकित्सा अधिकारी महेन्द्र मधुकर, संगीता चेलके, ड्रेसर अन्नपूर्णा थवाईत, संगीता चेलक, पचपेड़ी के नेत्र सहायक अधिकारी तारा साहू, के. पदमाराव, बसंती मधुकर, रेखा राय, प्रमिला मरावी, टीकेश्वर साहू, संजय ठाकुर को भी नोटिस थमाया गया है.

Advertisement

तखतपुर के अस्पतालों से गायब रहने वालों में पाली अस्पताल से तृप्ति शर्मा, लाल दास बंजारा, जय प्रकाश मिश्रा और पीएचसी जूना पारा से सुनील कुमार सुमन के नाम शामिल है.

इन अधिकारी और कर्मचारियों का वेतन काटने का आदेश

कोटा में पीएचसी केंदा के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनीता पाण्डेय, डॉक्टर युगविजया मीरा, अरूण देवांगन,  आशिष अग्रवाल, सतीश चौहान, सुपरवाईजर संतोष साहू के नाम शामिल है. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गांधीचौक में चिकित्सकों की अनुपस्थिति पाई गई और आयुष्मान आरोग्य मंदिर मंगला में दोपहर 2 बजे ओपीडी बंद होना पाया गया. यहां संबंधित सीएचओ का 1 दिवस के वेतन के कटौती का आदेश जारी हुआ है. इसी तरह 2 लोगों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है.

Advertisement

इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई 

जिला शिक्षा अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार, बिल्हा ब्लॉक के 7 विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान गायब रहने वाले शिक्षकों के एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है. इनमें शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला सरकण्डा के शिक्षक उषा उपाध्याय,  शैल कश्यप, मोनालिसा संत, शारदा पाण्डेय, पूर्णिमा मिश्रा, एस.के डहरिया, एचएल सोनले, आरके दुबे, शुभनय गोले, अर्चना शुक्ला, नीतू यादव, राजेश चतुर्वेदी, अमित नामदेव, एक्ता पाण्डेय, मंगला स्कूल की शिक्षिका श्रद्धा शास्त्री, बेरथा एक्का और शासकीय पूर्व माध्यमिक कन्या शाला सरकण्डा के शिक्षक शिव कुमार शुक्ला आदि शामिल है.

ये भी पढ़े: Hartalika Teej 2024: कब है हरतालिका तीज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि से लेकर सामग्री की लिस्ट तक

स्कूल में साफ-सफाई नहीं रखने वाले शिक्षकों को भी नोटिस जारी

इसी तरह बच्चों को समय से पहले छुट्टी देने वाले और संस्था में साफ-सफाई नहीं रखने पर शोकॉज नोटिस जारी किया गया है. इसमें सिलपहरी स्कूल के शिक्षक रामाधार गोंड और हरदीकला के शिक्षक  रामाअवतार पटेल शामिल हैं.

बिल्हा बीईओ को भी शोकॉज नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा मस्तूरी ब्लॉक के सेजेस पचपेड़ी के प्राचार्य  सी.के. राठौर से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है. बंधवापारा शासकीय प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक राजेश कुमार विश्वकर्मा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग को भेजा गया है.

बलौदा बाजार में भी अधिकारी, कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की तैयारी, खंगाले जा रहे है रिकॉर्ड

बता दें कि इससे पहले बुधवार को बलौदा बाजार जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जो बिना नोटिस के ड्यूटी से नदारत रहते हैं और मनमाना छुट्टी लेते हैं. दरअसल, कलेक्टर दीपक सोनी ने बलौदा बाजार जिले के सभी विभागों के अधिकारियों को अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के रिकॉर्ड तीन दिनों में सौंपने का निर्देश दिया है.

ये भी पढ़े: MP Primary Teachers: खतरे में आई मध्य प्रदेश के 500 से अधिक शिक्षकों की नौकरी, जानिए क्या है पूरा मामला?

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में इन अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की हुई तैयारी, खंगाले जा रहे है रिकॉर्ड, जानिए पूरा मामला?