
Aamcho Bastar Portal: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कलेक्टर हरिस एस के निर्देशन में शुरू की गई अभिनव डिजिटल पहल आमचो बस्तर जन शिकायत निवारण पोर्टल आम लोगों की समस्याओं के समाधान में अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध हो रही है. यह पोर्टल ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों के नागरिकों को सीधे जिला प्रशासन से जोड़ते हुए उनकी शिकायतों, मांगों और सुझावों को त्वरित और पारदर्शी ढंग से हल करने का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. इस आधुनिक तकनीक व डिजिटल क्रांति का अत्यधिक लाभ जनता तक तत्काल पहुंचाने की विशेष पहल का लाभ दिखने लगा है.
सोलर ड्यूल पम्प संयंत्रों को मिला जीवनदान, ग्रामीणों को राहत
घाटकवाली (जुनापारा) और तुसेल (जुनापारा) ग्रामों में स्थापित सोलर ड्यूल पम्प संयंत्र कार्यशील नहीं होने की शिकायतें आमचो बस्तर पोर्टल पर प्राप्त हुई थीं. घाटकवाली निवासी पदमनाग कश्यप द्वारा की गई शिकायत पर क्रेडा जिला कार्यालय ने तत्काल कार्यवाही की. क्रेडा सीईओ राजेश सिंह राणा के निर्देश पर संबंधित तकनीशियन द्वारा संयंत्र में नवीन पैनल, केबल एवं स्ट्रक्चर सुधार कर 28 जुलाई 2025 को संयंत्र को फिर से एक्टिव किया गया.
इसी प्रकार, तुसेल ग्राम में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत स्थापित संयंत्र की तकनीकी समस्याओं को दूर कर 03 अगस्त 2025 को फिर से प्रारंभ किया गया. इसमें केबल, एमसीबी, स्विच आदि की मरम्मत की गई. इन सुधार कार्यों से वर्षा ऋतु में स्वच्छ पेयजल की समस्या का समाधान हुआ है, जिससे ग्रामीणजन अत्यंत संतुष्ट और उत्साहित हैं.
अब शिकायत दर्ज करना और ट्रैक करना हुआ आसान
आमचो बस्तर पोर्टल के माध्यम से आम नागरिक विभिन्न शासकीय सेवाओं जैसे भूमि, राजस्व, पेंशन, राशन इत्यादि से संबंधित अपनी शिकायतें, सुझाव या मांगें वेबसाइट, मोबाइल ऐप या ग्राम सचिवालय में उपलब्ध क्यूआर कोड स्कैन करके दर्ज कर सकते हैं. सेव ड्राफ्ट सुविधा नेटवर्क न होने पर भी आवेदन भरने की सुविधा देती है, जिसे बाद में सबमिट किया जा सकता है. यह पोर्टल जनदर्शन शिविर, राजस्व पखवाड़ा और सार्वजनिक डैशबोर्ड से जुड़ा हुआ है, जिससे न केवल पारदर्शिता बनी रहती है बल्कि समाधान भी समयबद्ध होता है.
प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही
आमचो बस्तर सिर्फ शिकायत निवारण प्लेटफॉर्म नहीं बल्कि एक केंद्रीकृत, बहु-चौनल और बहु-मॉड्यूल आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो जिले में परियोजना निगरानी, सूचना प्रसार, विशेष अभियान और सार्वजनिक भागीदारी को सुदृढ़ करता है. आवेदनों के निराकरण हेतु ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, संबंधित विभाग, एसडीएम, तहसीलदार, जनदर्शन शाखा और ब्लड बैंक जैसे संस्थानों को जिम्मेदारी दी गई है. डैशबोर्ड में राजस्व पखवाड़ा मॉड्यूल, जनदर्शन मॉड्यूल, ग्राम सचिवालय प्रबंधन, समय सीमा प्रबंधन और ब्लड बैंक मॉड्यूल भी शामिल हैं.
यह भी पढ़ें : MP Bhulekh Portal: मध्यप्रदेश भूलेख पोर्टल जीआईएस 2.0 लॉन्च; जानिए नये वर्जन मिलेगी क्या सुविधाएं
यह भी पढ़ें : MP में खाद-बीज संकट! कांग्रेस के आरोपों का कृषि मंत्री ने दिया जवाब, विधानसभा में हुआ था हंगामा
यह भी पढ़ें : CG High Court: प्राचार्य पदोन्नति मामला; आधा दर्जन याचिकाएं खारिज, जानिए हाई कोर्ट में क्या हुआ?
यह भी पढ़ें : Ethanol Blended Petrol: इंजन को इथेनाॅल युक्त पेट्रोल से नुकसान! जानिए सरकार ने इस मुद्दे पर क्या कहा?