बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने शनिवार को कहा कि वह महिला आरक्षण विधेयक (Women's Reservation Bill) को तब तक लागू नहीं होने देंगी जब तक इसमें ओबीसी (OBC) को ध्यान में नहीं रखा जाएगा.
उमा भारती ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल (Uma Bharti) में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैं देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं. हमने महिलाओं को 33% आरक्षण देने वाले बिल को स्वीकार कर लिया है, लेकिन जब तक इसमें ओबीसी (OBC) को ध्यान में नहीं रखा जाएगा, मैं इस बिल को लागू नहीं होने दूंगी."
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उमा भारती ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोग समाज का एक बड़ा वर्ग हैं. मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से आगामी चुनावों में महिलाओं को 50% आरक्षण प्रदान करने की अपील करना चाहती हूं.
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बता दें कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने के प्रावधान वाले संविधान संशोधन विधेयक को गुरुवार को संसद की मंजूरी मिल गई. राज्यसभा में गुरुवार को सर्वसम्मति से इसके पक्ष में मतदान हुआ तथा लोकसभा में यह विधेयक बुधवार को पारित हुआ.
इससे पहले मंगलवार को, उमा भारती ने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसमें मांग की गई थी कि विधायी निकायों में महिलाओं के लिए सुनिश्चित 33 प्रतिशत आरक्षण में से 50 प्रतिशत एसटी, एससी और ओबीसी समुदाय के लिए रखा जाना चाहिए.