Sulemani Tea: देश भर में सबसे अधिक पेय पदार्थ पसंद किया जाता है तो वो है चाय. टी लवर तरह-तरह की चाय पीने के शौक़ीन होते हैं. आपने भी अदरक वाली चाय, लेमन टी, मसाला टी, ब्लैक टी और तमाम प्रकार की चाय का आनंद उठाया होगा, लेकिन क्या आपने कभी नमक वाली चाय पी है? दरअसल नमक वाली चाय (Namak Wali Chai) जिसे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सुलेमानी चाय (Sulemani Tea) के नाम से भी जाना जाता है. कहा जाता है इस चाय का स्वाद बेहद अलग होता है और ये चाय स्वास्थ्य के लिहाज से काफी फायदेमंद होती है. आइए जानते हैं क्या कुछ अलग है इस चाय में...
पुराने भोपाल की है पहचान
राजधानी भोपाल में खाने पीने की कई चीजें मशहूर हैं. जब आप पुराने भोपाल जाएंगें तो वहां आपको खाने पीने की लज़ीज चीजे देखने को मिलेगी जो कि आपके आपको बहुत पसंद आयेगीं. उन्हीं में से एक हैं सुलेमानी चाय यानी नमक वाली चाय. ये चाय खास तौर से पुराने भोपाल में मिलती है लोग इसे बेहद पसंद करते हैं. सर्दियों के मौसम में सुलेमानी चाय की चुस्कियां लगाने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं.
ऐसे बनती है नमक वाली चाय
अब आप सोच रहे होंगे कि ये नमक वाली चाय बनती कैसे होगी? हम आपको बताते सबसे पहले इसमें पानी को उबाला जाता है और फिर चाय में चाय पत्ती, शक्कर और थोड़ा नमक डाला जाता है. इसके बाद इस चाय को पूरे एक घंटे तक उबाला जाता है. वहीं दूध को अलग से उबाला जाता है, इसकी खासियत यह होती है कि जब चाय सर्व की जाती है तो इसमें दूध ऊपर से डालते हैं जबकि बाकी अन्य चाय में दूध और पानी को साथ में खौलाया जाता है.
कहां से आयी थी ये रेसिपी?
भोपाल रियासत की बेगम सिकंदर तुर्की से सुलेमानी चाय की रेसिपी लेकर आयी थीं. कहा जाता है कि उन्हें निराले अंदाज से जब चाय पिलाई गई तो उन्हें काफी पसंद आयी. वहीं चाय के शौकीन लोगों का कहना है ये चाय सेहत के लिहाज से आम चाय से ज्यादा फायदेमंद है और स्वाद में बेहतर है.
खराब गले के लिए एक बेहतरीन उपाय
राजधानी भोपाल में लक्ष्मी टॉकीज के सामने सबसे प्रसिद्ध दुकानें हैं. जहां एक चुटकी काला नमक मिलाकर चाय बनाते हैं. नमक वाली चाय खराब गले के लिए एक बेहतरीन उपाय मानी जाती है. ये गले से संबंधित सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए जानी जाती है. इसीलिए सर्दियों में लोग गर्म चाय पीने के लिए पुराने भोपाल में नमक वाली चाय का आनंद उठाने आते हैं. यहां तक कि इस चाय से गले के टॉन्सिल भी ठीक हो जाते हैं.